बिहार में सीट बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस में रार खत्म हुई और महागठबंधन बन तो गया, लेकिन कुछ सीटों पर पेच अब भी फंसा हुआ है। मधेपुरा, दरभंगा, सुपौल जैसी सीटें महागठबंधन के लिए सिरदर्द बनी ही हुई थी कि पटना साहिब सीट का टशन भी कांग्रेस के लिए टेंशन बन गया। शत्रुघ्न सिन्हा का कांग्रेस में शामिल होना फिलहाल टलता दिख रहा है। वह गुरुवार दोपहर 12 बजे कांग्रेस में शामिल होने वाले थे, लेकिन अबतक शामिल नहीं हुए हैं। इस बीच कांग्रेस नेता आरके आनंद का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि दोपहर दो बजे के बाद सिन्हा कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि शत्रुघ्न सिन्हा की सीट को लेकर कोई दिक्कत नहीं है। बस थोड़ी देर हो रही है।
भाजपा के दो बागी नेताओं ने कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है। कांग्रेस में शामिल हुए दरभंगा सांसद कीर्ति आजाद अपनी सीट से लड़ने के लिए अड़े हुए हैं, जबकि दरभंगा सीट राजद के पाले में है और पार्टी यहां से अब्दुल बारी सिद्दीकी को लड़ाना चाहती है। सांसद कीर्ति झा आजाद बाल्मिकीनगर से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। इधर, शत्रुघ्न सिन्हा शुरू से कहते आए हैं कि सिचुएशन कुछ भी रहे लोकेशन वही रहेगी। यानि कि वह भी अपनी पटना साहिब सीट नहीं छोड़ेंगे।
अगर राजद और कांग्रेस के बीच सुलह नहीं हुआ तो मुश्किलें खड़ी हो सकती है। मालूम हो कि आज पटना में महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस है, जहां उम्मीदवारों का एलान होने वाला है। इसमें राजद नेता तेजस्वी यादव भी शामिल होंगे। वहीं, शाम छह बजे तक कांग्रेस भी बिहार में अपने सभी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करने वाली है।