लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का 'विजन डॉक्यूमेंट' (चुनाव घोषणापत्र) जारी किया। जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं को तीन हजार रुपये प्रतिमाह देने का वादा किया गया है।
अखिलेश ने ढाई करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति वालों पर दो फीसद का अतिरिक्त टैक्स लगाने, जीडीपी का छह फीसद शिक्षा पर खर्च करने सहित कई बिंदुओं को शामिल किया है। उन्होंने सामाजिक न्याय के लिए जातिगत आंकड़े सार्वजनिक करने की मांग की है। उनका कहना है कि देश के 10 फीसद सामान्य वर्ग के लोग 60 फीसद राष्ट्रीय संपत्ति पर काबिज हैं।
सपा मुखिया ने अपने में घोषणापत्र में भाजपा पर भारतीय सेना के राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा का 'छद्म राष्ट्रवाद' राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किसी भी बाहरी ताकत से ज्यादा खतरनाक है।
अखिलेश ने सरकार बनने पर अहीर बख्तरबंद रेजिमेंट और गुजरात इन्फेंट्री की स्थापना की बात भी कही है। साथ ही कहा है कि सैन्यकर्मियों की पत्नियों एवं उनके परिवारों के लिए राज्य आधारित लोक कल्याण योजना की शुरुआत की जाएगी।
उन्होंने कहा, "अमीरी-गरीबी की खाई बेहद गहरी हो चुकी है। हम सभी वर्गो के हितों का ख्याल रखेंगे। सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन, नई दिशा-एक नई उम्मीद के साथ हमने लक्ष्य तय किए हैं।" सपा के घोषणापत्र में समाजवादी पेंशन योजना के तहत जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं को तीन हजार रुपये प्रतिमाह देने का वादा किया गया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी से बहुत नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षा को बेहतर किए बिना विकास का रास्ता नहीं निकलेगा। सपा ने रोजगार सृजन और बुनियादे ढांचे (इंफ्रास्ट्रक्चर) पर भी काम करने का वादा किया है।