भाजपा को प्रचंड बहुमत के साथ मिली जीत के बाद दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे नरेंद्र मोदी ने शपथ ग्रहण से पहले गुरुवार सुबह महात्मा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल पहुंचे और दोनों महान विभूतियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने नेशनल वार मेमोरियल पहुंचकर शहीदों को नमन भी किया। पीएम मोदी ने अपने ट्विटर एकाउंट पर कुछ तस्वीरें ट्वीट करते हुए कहा कि आज अगर अटल जी होते तो बहुत खुश होते।पीएम मोदी ने कहा कि इनके आदर्श हमें गरीबों, वंचितों एवं हाशिये पर खड़े लोगों के जीवन एवं शासन व्यवस्था को बेहतर बनाने तथा लोगों के जीवन में बदलाव लाने को प्रेरित करेंगे। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को अपनी शीर्ष प्राथमिकता भी करार दिया।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि राजघाट जाकर बापू को श्रद्धांजलि दी, सम्मान प्रकट किया। इस वर्ष हम बापू की 150वीं जयंती मना रहे हैं। मैं आशा करता हूं कि यह विशेष अवसर बापू के नेक विचारों एवं आदर्शों को और लोकप्रिय बनाने तथा गरीबों, वंचितों एवं हाशिये पर खड़े लोगों को सशक्त बनाने की दिशा में हमें प्रेरित करेंगे।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट किया
उन्होंने एक अन्य ट्वीट किया
हम अपने प्रिय अटलजी को हर क्षण स्मरण करते हैं। वे भाजपा को, लोगों की सेवा करने का इतना बड़ा अवसर मिलता देख, बहुत खुश होते।
उन्होंने कहा कि अटलजी के जीवन एवं उनके कार्यों से बहुत प्रेरित हूं। हम शासन व्यवस्था को बेहतर बनाने और लोगों के जीवन में बदलाव लाने की दिशा में प्रयास जारी रखेंगे। नेशरल वार मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि देने की तस्वीरें शेयर करते हुए पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि कर्तव्य का निर्वाह करते हुए शहीद होने वाले वीर जवानों पर भारत को गर्व है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार भारत की एकता और अखंडता की सुरक्षा के लिये कोई कसर नहीं छोड़ेगी । राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है ।
गुरुवार सुबह पीएम मोदी सबसे पहले राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। उसके बाद वह अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि 'सदैव अटल' पहुंचे और वहां भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उनके साथ भााजपा अध्यक्ष अमित शाह, जेपी नड्डा, पीयूष गोयल, रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी, प्रकाश जावडेकर, गिरिराज सिंह सहित भाजपा के कई नेता मौजूद थे।
इसके बाद मोदी ने नेशनल वार मेमोरियल पहुंच कर शहीदों को नमन किया। इस दौरान उनके साथ निवर्तमान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद थे। उन्होंने इसी साल 26 फरवरी को राष्ट्रीय समर स्मारक का उद्घाटन किया था।