मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को कहा कि चक्रवात 'वायु ने अपना रास्ता बदल लिया है और अब इसके गुजरात तट से टकराने की संभावना नहीं है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम राजीवन ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ''इसके (चक्रवात वायु के) तट से टकराने की संभावना नहीं है। यह केवल तट के किनारे से गुजरेगा। इसके मार्ग में हल्का बदलाव आया है। लेकिन, इसका प्रभाव वहां होगा, तेज हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी।
मौसम विज्ञान विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक देवेंद्र प्रधान ने बताया कि चक्रवात समुद्र में रहेगा और गुजरात तट के किनारे-किनारे गुजरेगा। प्रधान ने कहा, ''इसने थोड़ा सा पश्चिम की तरफ रुख कर लिया है। यह गुजरात तट के किनारे-किनारे गुजरेगा।
चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने सुबह साढ़े आठ बजे के बुलेटिन में कहा, ''काफी संभावना है कि यह कुछ समय तक उत्तर-उत्तर पश्चिमी दिशा की तरफ चलेगा और फिर उत्तर पश्चिमी दिशा में सौराष्ट्र तट के किनारे से गुजरेगा जिससे गिर सोमनाथ, दीव, जूनागढ़, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका प्रभावित होंगे । इस दौरान 135 से 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो 13 जून को दोपहर बाद 160 किलोमीटर प्रति घंटे रफ्तार की हवाओं में तब्दील हो सकती हैं।
-पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम राजीवन ने पीटीआई-भाषा से कहा, इसके (चक्रवात वायु के) तट से टकराने की संभावना नहीं है। यह केवल तट के किनारे से गुजरेगा। इसके मार्ग में हल्का बदलाव आया है। लेकिन, इसका प्रभाव वहां होगा, तेज हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी।
- भारतीय मौसम विभाग, अहमदाबाद में वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने कहा, गुजरात के तट से नहीं टकराएगा वायु चक्रवात। यह चक्रवात वेरावल, पोरबंदर, द्वारका के नजदीक से होकर गुजरेगा। तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलेंगी।
- पश्चिम रेलवे ने बुधवार को बताया कि चक्रवात वायु के चलते आने वाली संभावित आपदा को देखते हुये रेलवे ने 70 ट्रेनों को रद्द कर दिया और 28 ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही रोकने का फैसला किया है।
चक्रवाती तूफान वायु: गुजरात सरकार ने हाई अलर्ट जारी किया
'वायु' चक्रवात से निपटने के लिए गुजरात प्रशासन हाईअलर्ट पर है, जिसके गुरुवार को वेरावल के पास समुद्र तट पर दस्तक देने की आशंका है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मंगलवार को कहा कि तटीय इलाके में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाएगा।
- चक्रवात वायु को लेकर लोगों ने तैयारी तेज कर दी है। राजकोट में विभिन्न समूहों ने खाने के पैकेट्स तैयार किए हैं।
- सोमनाथ मंदिर के द्वार पर लगा शेड चक्रवात वायु की वजह से चल रही तेज हवाओं की वजह से नीचे गिरा।
- चक्रवाती तूफान 'वायु' के गुरुवार को गुजरात तट पर टकराने की संभावना के बीच नौसेना ने खुद को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा है। बयान के अनुसार, पश्चिमी नौसेना कमान मुंबई मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) के साथ तैयार है और राहत सामग्रियों को पहले से ही निर्दिष्ट जहाजों पर चढ़ा दिया गया है, जिसे कम समय पर भी मुहैया कराया जा सकता है।
- नौसेना के जहाजों, विमानों व हेलीकॉप्टरों को मछली पकड़ने वाली नौकाओं को सूचित करने और उन्हें वापस बंदरगाह जाने के लिए कहने के निर्देश दिए गए हैं। इस बीच, भारतीय वायु सेना का सी-17 विमान राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) के दल के साथ गुजरात के जामनगर पहुंच गया है।
-पश्चिम रेलवे ने बुधवार को बताया कि चक्रवात वायु के चलते आने वाली संभावित आपदा को देखते हुये रेलवे ने 70 ट्रेनों को रद्द कर दिया और 28 ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही रोकने का फैसला किया है। पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता रवींद्र भाखर ने यह जानकरी दी।
-महाराष्ट्र के सिंधदुर्ग जिले की मालवन तहसील के देवबाग गांव में बुधवार को भारी समुद्री लहरों ने तबाही मचा दी। जिला कलेक्ट्रेट के एक अधिकारी ने बताया कि देवबाग के निचले इलाके में स्थित रहने के कारण यह अक्सर समुद्र में लहर उठने पर जलमग्न हो जाता है। अभी तक स्थिति नियंत्रण में है।
-कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र स्थित सभी हवाई अड्डों को अपने संचालन पूरी तरह से बंद करने को कहा गया है। इन क्षेत्रों के लिए उड़ान भरने वाले विमानों को भी रद्द कर दिया गया है।