ताजा खबर के मुताबिक, ऋचा पटेल को अब कुरान की प्रतियां नहीं बांटनी होंगी। सहायक लोक अभियोजक के आग्रह पर कुरान बांटने को आदेश को वापस ले लिया गया है। खबर के मुताबिक, रांची की अदालत ने बुधवार को जमानत देने की शर्त पर कुरान बांटने के अपने दिये आदेश को वापस ले लिया है।
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ऋचा पटेल के प्रकरण में कानून के जानकारों का कहना है कि, कोर्ट के आदेश को न मानने की बात करना उचित नहीं, वह पवित्र कुरान को बांटने के मिले आदेश का अनुपालन अगर नहीं करना चाहतीं तो इसके लिए अपना तर्क रखने का ऊंची अदालत ही सही मंच है। अपने तर्को को मीडिया या सार्वजनिक तौर पर शेयर करना कतई ठीक नहीं है। कानून के जानकारों का कहना है मीडिया के माध्यम से ऐसी खबरें मिली हैं कि ऋचा पटेल का इरादा पवित्र कुरान को बांटने का नहीं है, हालांकि इसके पीछे न्यायाधीश की मंशा सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने की ही रही होगी। संभवत: इसीलिए किसी प्रकार की अन्य सख्त सजा नहीं सुनाई गई। हालांकि ऋचा का कहना है उन्हें अगर इस सबंध में कोर्ट का लिख्ति आदेश मिले तो वह आदेश का अनुपालन कर देंगी। ऐसे में न्यायाधीश के लिखित और मौखिक आदेश की कानूनी वैद्यता को लेकर भी बहस छिड़ सकती है।
बहरहाल, विभिन्न मीडिया से मिल रही खबरों के मुताबिक, आपत्तिजनक पोस्ट के बाद कुरान बांटने की सजा मिलने पर ऋचा पटेल ने कहा है कि फिलहाल कुरान की प्रतियां नहीं बांटेंगी. साथ ही ऋचा ने यह भी कहा है कि वह इस मामले में हाई कोर्ट का रूख करेंगी, क्योंकि उन्हें बेवजह की सजा दी गई है. ऋचा ने दावा किया है कि उन्होंने कोई आपत्तिजनक पोस्ट नहीं लिखी है और ना ही किसी धर्म का अपमान किया है.
मीडिया न्यूज़ में ऋचा ने कहा, ''मैंने अपनी पोस्ट फेसबुक पर नहीं डाली थी और मुझे किस पोस्ट के लिए जेल भेजा गया, इसका भी मुझे पता नहीं है.'' उन्होंने कहा, ''मैंने किसी और की पोस्ट शेयर की थी मैंने हिंदुस्तान के मुसलमानों के बारे में कुछ नहीं लिखा. इसलिए पोस्ट को आपत्तिजनक कहना ठीक नहीं है.''
ऋचा ने कहा, ''अगर मुझे लिखित तौर पर कोर्ट का आदेश मिल जाता है तो मैं कुरान की प्रतियां बांट दूंगी. मेरे वकील लिखित प्रतियां प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं.'' ऋचा ने कहा, ''बात कुरान बांटने से आपत्ति की नहीं है. मैं हजार कुरान बांट दूंगी, लेकिन ये एक सजा के तौर पर दिखाया जा रहा है. जबकि मैंने कुछ किया भी नहीं है. क्या दूसरे धर्म के लोगों पर भी कोर्ट ऐसा ही नियम लागू करेगी.''
क्या है पूरा मामला-ऋचा पटेल पर फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप था. मामला कोर्ट पहुंचा और ऋचा ने जमानत मांगी. न्यायिक मजिस्ट्रेट मनीष सिंह ने ऋचा को जमानत तो दी, लेकिन ऋचा को आदेश दिया कि उसे मुसलमानों के पवित्र ग्रंथ कुरान की 5 प्रतियां बांटनी होगी.