नवागत प्रबन्ध निदेशक राजशेखर ने यूपीएसआरटीसी प्रयाग राज के आरएम, प्रयागराज सिटी बस सेवा के आरएम, एआरएम और सिविल लाइन्स प्रयाग राज के मैनेजर के साथ डिपो का निरीक्षण किया।
प्रबंध निदेशक (एमडी) ने कैम्पस का निरीक्षण किया और "इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस)" सिस्टम के सेटअप और कार्य प्रगति की जांच की। एमडी ने रेडमली कुछ बसों का निरीक्षण किया और यात्रियों से उनकी प्रतिक्रिया के लिए बातचीत की। एमडी ने इस परिक्षेत्र के आरएम, एसएम और सभी एआरएम की विस्तृत बैठक प्रयाग राज परिक्षेत्र में लगभग 599 बसें (522 निगम की बसें और 77 अनुबंधित बसें) हैं। आईटीएमएस प्रणाली के तहत, इस परिक्षेत्र में सबसे अच्छा यह है कि 99.9 % टिकट हाथ से चलने वाली "इलेक्ट्रॉनिक टिकट ईश्यू मशीन (ईटीआईएम)" के द्वारा जारी किए जाते हैं।
- लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुल 599 बसों में से, केवल 50 प्रतिशत वाहनों में ही वेहकिल ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस) काम कर रहा है और बाकी या तो नॉन- फंग्शनल हैं या मरम्मत के लायक है। एमडी ने इसे काफी गंभीरता से लिया और इसे बहुत ही आपत्तिजनक पाया।गति नियंत्रण उपकरण (एससीडी) लगाए गए हैं और ठीक तरह से काम कर रहा।
जब एमडी ने बस का निरीक्षण करते हुए चालक, कंडक्टर और यात्रियों से बातचीत की, तो एमडी के संज्ञान में आया है कि 50 प्रतिशत से अधिक ड्राइवर अपनी "वर्दी" नहीं पहनते हैं। इस बस से "फर्स्ट एड मेडिकल किट" गायब थी। जब कंडक्टर से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि कुछ दिनों से इसकी मांग बढ़ गई थी इसलिए इस चीजों का इस्तेमाल किया जा चुका है।
बस स्टेशन परिसर में शौचालय (पुरुष और महिला के लिए अलग) मौजूद थे और अच्छी तरह से मेंटेन रखे गये हैं। लेकिन इस बस स्टैंड को एक और टॉयलेट ब्लॉक की जरूरत है क्योंकि यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। पब्लिक एड्रेस सिस्टम" ठीक तरह से काम कर रहा था और यह स्पष्ट और श्रव्य रहा। परंतु " सार्वजनिक संबोधन प्रणाली" (पीआईएस) एलईडी डिस्प्ले बोर्ड चालू नहीं था। यह आपत्तिजनक है।
एमडी ने जब ड्राइवरों के "स्वास्थ्य की जांच की स्थिति" के बारे में पूछा, तो आरएम ने बताया कि कुंभ मेले से आठ महीने पहले सभी ड्राइवरों का 100 प्रतिशत स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था और प्रत्येक के सारे रिकॉर्ड अच्छी तरह से मेंटेन हैं। यह अच्छा है कि एक दिन (लंबी दूरी / राष्ट्रीय राजमार्ग / एक्सप्रेसवे) में 300 किमी से अधिक की यात्रा करने वाली इस परिक्षेत्र की 80 बसों में दो ड्राइवर तैनात हैं।
एमडी ने एआरएम और स्टेशन प्रबंधक से व्यक्तिगत रूप से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि एक दिन में 300 किमी से ज्यादा दूरी तय करने वाली बसों में नियुक्त "दोनों ड्राइवर" मौजूद रहकर ड्यूटी करते रहें। एमडी ने प्रत्येक बस डिपो की "आय और व्यय की स्थिति" की अलग से समीक्षा की।
जिसकी पाया गया कि राज्य मासिक रैंकिंग में इस परिक्षेत्र के दो स्टेशन प्रतापगढ़ और जीरो रोड डिपो 7वें और 8वें स्थान पर हैं।
अन्य स्टेशनों जैसे लालगंज और सिविल लाइंस को अपनी रैंकिंग में सुधार करने की आवश्यकता है क्योंकि वे 80वें रैंकिंग से ऊपर हैं। एमडी ने जीरो रोड कार्यशाला का दौरा किया और कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने "सड़क सुरक्षा कार्यशाला कक्ष" का दौरा किया और चालकों के साथ बातचीत की। यह उनकी दूसरी जागरूकता कार्यशाला है और पिछली नवंबर 2018 में कुंभ मेले से पहले आयोजित की गई थी।
वे गदगद थे कि पिछले सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला के कारण, पूरा कुंभ मेला परिवहन "हादसा मुक्त" रहा। फील्ड विजिट, साइट निरीक्षण और अधिकारियों के साथ बैठक के बाद, एमडी ने सेवाओं में सुधार और बेहतरी के लिए निम्नलिखित निर्णय लिया / कार्रवाई की:
- यह सुनिश्चित हो कि ड्यूटी समय के दौरान सभी चालक "वर्दी" पहनें, निगम में सभी संविदा ड्राइवरों के यूनिफॉर्म न पहनने के प्रत्येक इंस्टेंस पर "संबंधित ड्राइवर के वेतन से 100 रुपये की कटौती" का प्रस्तावित की जाए।
निगम के ड्राइवर्स की "विभागीय जांच " सेटअप की जाए। यदि प्रति माह की फ्रीक्वेंसी तीन से अधिक है तो उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा।
निगम जल्द ही आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करेगा।
इसी तरह यदि कंडक्टर यात्रा के दौरान अपने साथ "फर्स्ट एड मेडिकल किट" नहीं रखता है तो उसके वेतन से सौ रुपये कटौती का प्रस्ताव और "डिपार्टमेंट इंक्वायरी" भी सेट अप की जा सकती है। जिस पर निगम जल्द ही आवश्यक निर्देश जारी करेगा। जल्द ही सभी बसों में सभी ड्राइवरों और कंडक्टरों के लिए चेतावनी और जनता की जानकारी के लिए "क्या करें" और " क्या न करें " डिस्प्ले किए जाएंगे।
वेहकिल ट्रैकिंग डिवाइसेज और सार्वजनिक सूचना डिस्प्ले पैनल के खराब प्रदर्शन के लिए आईटीएमएस का कार्य करने वाली निजी फर्म के भुगतान से धनराशि की कटौती के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया जाना है। यदि कोई लंबी दूरी (राष्ट्रीय राजमार्ग / एक्सप्रेस-वे मार्गों / रात मार्गों) की बसों को बिना दो चालकों के, गति नियंत्रण उपकरण (एससीडी) और वेहकिल ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस) के भेजने पर संबंधित बस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी को निलंबित कर दिया जाएगा।
सभी एआरएम, एसएम, बस डिपो के इंचार्ज के द्वारा इसे दैनिक रूप से सुनिश्चित किया जाए ताकि दुघर्टनाओं के जोखिम को कम किया जा सके।