लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार संगठित अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने में कामयाब नजर आ रही है। अपराधियों में कानून-व्यवस्था का भय इस कदर बैठा है कि या तो वह अपनी जमानत तुड़वा कर जेल में दुबुक रहे हैं या फिर स्वर्य ही सरेंडर करने के लिए आगे आ रहे हैं। शातिर अपराधियों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर इस कदर टेढ़ी है कि अपराधियों के हाथ-पैर मानों ठंडे पड़ गये हों। राज्य सरकार के सूचना विभाग की जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 27 मई 2019 तक पुलिस व अपराधियों के बीच कुल 3896 मुठभेड़ हुई जिससे 8904 अपराधी गिरफ्तार किये गये, 1154 घायल हुए, 76 अपराधी पुलिस की आत्मरक्षार्थ कार्यवाही में मारे गये। पुलिस कार्यवाही के दौरान उक्त अवधि से 05 जवान अदभुत शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए तथा 642 पुलिसकर्मी घायल हुए।
जारी एक रिपोर्ट के मुूताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपराधियों के विरूद्ध जीरो टालरेन्स की नीति के तहत प्रदेश पुलिस की प्रभावी एवं त्वरित कार्यवाही का ही परिणाम है कि प्रदेश में 20 मार्च 2017 से 15 मई 2019 तक कुल 15,170 अपराधी न्यायालय में आत्मसमर्पण कर अथवा स्वयं जमानत निरस्त कराकर जेल चले गये है। पुलिस व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन कर उसमें सुधार के सुझाव देने एवं पुलिस के आधुनिकीकरण एवं सुदृढीकरण हेतु शासन द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस आधुनिकीकरण एवं सुदृढीकरण आयोग का गठन किया गया है।
वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 27 मई 2019 तक पुलिस व अपराधियों के बीच विभिन्न अवसरों पर कुल 3896 मुठभेड़ हुई जिससे 8904 अपराधी गिरफ्तार किये गये, 1154 घायल हुए, 76 अपराधी पुलिस की आत्मरक्षार्थ कार्यवाही में मारे गये। पुलिस कार्यवाही के दौरान उक्त अवधि से 05 जवान अदभुत शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए तथा 642 पुलिसकर्मी घायल हुए।
एनएसए में 406 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही कीे गई है। जून 2017, से मई 2019 तक प्रदेश पुलिस द्वारा फूट पेट्रोलिंग से 1,51,74,034 संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग करते हुए 4,33,383 व्यक्तियों को हिरासत में लेकर 1,69,837 अभियोग पंजीकृत कराये गये तथा संलिप्त 232404 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
वर्ष 2018 मे विगत वर्षों की तुलना में साम्प्रदायिक/तनाव की घटनाओं में 66 प्रतिशत जातिगत तनाव संघर्ष की घटनाओं में 60 प्रतिशत तथा की धर्म परिवर्तन की घटनाओं में लगभग 45 प्रतिशत की कमी आयी है।
प्रदेश पुलिस नक्सलवादी/माओवादी गतिविधियों पर समुचित ढंग से नियन्त्रण पाने में सफल रही हैं। नक्सली घटनाओँ के नियन्त्रण हेतु पड़ोसी राज्यों बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश से सामन्जस्य बनाया गया है। माओवादी गतिविधियों पर प्रदेश पुलिस द्वारा पर्याप्त नियन्त्रण रखते हुए सीमावर्ती देश नेपाल में माओवादी गतिविधियों पर कडी एवं पैनी नजर रखी जा रही है। कावड़ यात्रा, बकरीद, दुर्गापूजा एवं दशहरा, मोहर्रम, दीपावलीं, बारावफात, चेहल्लुम, अयोध्या में आयोजित धर्मसभा इत्यादि त्योहार एव धार्मिक कार्यकम प्रदेश पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था से शान्तिपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुये।