नई दिल्ली। इसरो (ISRO) के चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2)ने पृथ्वी की कक्षा को छोड़ दिया है। इसरो के अनुसार, बुधवार सुबह करीब 3.30 बजे हमने एक महत्वपूर्ण बदलाव किया, जिसे ट्रांस-ल्यूनर इंजेक्शन कहा जाता है। इस दौरान चंद्रयान-2 पृथ्वी की कक्षा छोड़कर अपने लक्ष्य चंद्रमा की ओर आगे की तरफ बढ रहा है। 20 अगस्त को चांद की कक्षा में घुसने के करीब 18 दिन बाद यानी 7 सितंबर को चंद्रयान-2 चांद की सतह पर उतर जाएगा।
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) के चेयरमैन डॉ के सिवन ने बताया था कि 3850 किलो वजन वाले चंद्रयान को 22 जुलाई को लॉन्च किया गया था और यह 7 सितंबर को चंद्रमा की सतह पर पहुंच जाएगा।
उन्होंने कहा कि चंद्रयान-2 के लॉन्च के बाद हमने 5 बार उसके साथ प्रयोग किए हैं। अब चंद्रयान-2 धरती की चारों ओर परिक्रमा लगाने में जुटा हुआ है। चंद्रयान-2 धरती की कक्षा छोड़कर चांद की ओर चला जाएगा।
20 अगस्त को वह चांद की कक्षा तक पहुंचने वाला है। अब चंद्रयान का लूनर ऑर्बिट इंसर्शन होगा। इसके बाद कई और प्रयोग होंगे और 7 सितंबर को चंद्रयान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतर जाएगा। इसरो ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि स्पेसक्राफ्ट अच्छा काम कर रहा है और उसके सारे सिस्टम्स अच्छी तरह काम कर रहे हैं।