जम्मू-कश्मीर : हफ्ते, 10 दिन में सब ठीक हो जाएगा और धीरे-धीरे संपर्क के साधन बहाल किए जाएंगे

श्रीनगर, टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बताया कि 15 अगस्त के बाद आवागमन पर लगाई गई पाबंदी में ढील दी जाएगी। हालांकि, फोन और इंटरनेट को उन्होंने युवाओं को गुमराह करने और भड़काने का हथियार बताया। मलिक ने कहा, 'हम दुश्मन को वह हथियार तब तक नहीं देना चाहते जब चीजें सामान्य न हो जाएं। एक हफ्ते या 10 दिन में सब ठीक हो जाएगा और उसके बाद धीरे-धीरे संपर्क के साधन बहाल किए जाएंगे।'


 


आर्टिकल 370 हटाए जाने के पहले से जम्मू-कश्मीर में तैनात सुरक्षा फैसले का ऐलान किए जाने के बाद और भी चौबंद कर दी गई। हालांकि, इस कारण राज्य के लोगों को बीते दिनों जिन पाबंदियों का सामना करना पड़ा, जल्द ही उन्हें इनसे राहत मिल सकती है। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का कहना है कि 15 अगस्त के बाद पाबंदियों में ढील दी जाएगी। हालांकि, इंटरनेट और फोन सेवा बहाल होने में कुछ दिन और लगेंगे।



मलिक ने कहा, 'मैंने उनसे यहां आने और स्थिति खुद देखने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने अपने आने में शर्तें सामने रख दीं- वह प्रतिनिधिमंडल के साथ आना चाहते हैं, फिर उन्हें हिरासत में लिए गए नेताओं से भी मिलना है। यह कैसे संभव है? मैंने उन्हें इन शर्तों पर नहीं बुलाया था। इसलिए निमंत्रण वापस लेता हूं।' उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते में 10 टीवी चैनल वहां पहुंचे हैं और राहुल को उनसे बात करके हालात के बारे में पता करना चाहिए और जानकारी बढ़ानी चाहिए।



सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें (राहुल को) जानकारी का अभाव है। उन्होंने कहा कि वायनाड के सांसद सीमा पार के प्रॉपगैंडा के आधार पर बातें कर रहे हैं। मलिक ने राहुल को दिया हुआ कश्मीर आने का निमंत्रण भी वापस ले लिया। बता दें कि राज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर राहुल गांधी के बयानों पर आपत्ति प्रकट की थी और कहा था कि वह राहुल के लिए विमान भेजेंगे ताकि वह स्थिति का जायजा लें और तब बोलें। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें विशेष विमान की नहीं, घूमने-फिरने की आजादी की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि वह विपक्षी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ आएंगे।


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