हरियाणा के नतीजों ने सियासी पंडितों को चौंकाया, दुष्यंत चौटाला के हाथ लगी सत्ता की चाबी

खास बातें



  • हरियाणा विधानसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला की जजपा किंगमेकर साबित

  • भाजपा का अपने दम पर सरकार बनने का सपना टूट रहा है

  • अनिल जैन बोले- दुष्यंत चौटाला को सोच समझकर आगे का फैसला लेना होगा

  • दुष्यंत चौटाला ने कहा- सत्ता की चाबी हमारे पास है



 

हरियाणा विधानसभा चुनाव में अब तक के रुझानों में किसी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। यहां दुष्यंत चौटाला की जजपा किंगमेकर साबित होती नजर आ रही है। हालात त्रिशंकु विधानसभा के बनते नजर आ रहे हैं। उन्हें अपनी ओर करने की कोशिश भी शुरू हो गई हैं। भाजपा के बयानों से इसका संकेत भी मिल गया। कांग्रेस की तरफ से भी उन्हें ऑफर की खबर आ रही है।


 

रुझानों के मुताबिक भाजपा को 90 में से करीब 40 सीटें मिल रही हैं।  वहीं कांग्रेस करीब 30 सीटें मिलती दिख रही हैं। जजपा करीब सात सीटों पर बढ़त पर है। अन्य को 10 के आसपास सीटें मिलती दिख रही हैं।

भाजपा के दावे हवा

रुझान बता रहे हैं कि यहां भाजपा का अपने दम पर सरकार बनने का सपना टूट रहा है। ऐसे में उसने जजपा को अपनी तरफ खींचने के संकेत भी दे दिए हैं। भाजपा नेता अनिल जैन ने कहा कि दुष्यंत चौटाला को सोच समझकर आगे का फैसला लेना होगा। उन्हें आगे की राजनीति भी करनी है।

वहीं, दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। सत्ता की चाबी हमारे पास है।  

दुष्यंत ने पहले ही कहा था कि भाजपा और कांग्रेस में से किसी को भी ४० से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी, उनका यह दावा सही भी साबित होता दिख रहा है।  

रुझान और नतीजे आने के साथ ही सियासी फिजाओं में तमाम खबरें तैरने लगीं। बात ये भी उड़ी कि कांग्रेस ने दुष्यंत चौटाला को सीएम पद का ऑफर दिया है। पत्रकारों ने भी जब दुष्यंत से यह सवाल किया तो उनका कहना था- मेरी किसी के साथ चर्चा नहीं हुई है। पूरे नतीजे आने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।

भाजपा के लिए एक राहत

खास बात ये है कि भाजपा बहुमत से कुछ सीट दूर भी रह जाती है तो वह जजपा या निर्दलीयों की मदद से सरकार बना सकती है। लेकिन कांग्रेस के लिए ऐसा करना मुश्किल दिख रहा है। सरकार बनाने के लिए उसे अन्य और जजपा दोनों का साथ चाहिए होगा।

इस बीच खबर है कि सीएम एमएल खट्टर अभी तक घर से बाहर ही नहीं निकले हैं। वह सीधे दिल्ली पहुंचेंगे। बताया जा रहा है कि वह दोपहर दो बजे दिल्ली पहुंचेंगे।

तमाम एग्जिट पोल में बताया गया था कि भाजपा को हरियाणा में बंपर बहुमत मिल सकता है, लेकिन अब तक की तस्वीर बता रही है कि भाजपा बहुमत से दूर रहने वाली है। बहरहाल, ऐसे में संभावना यही बन रही है कि भाजपा अगली सरकार बनाने में संभावना कांग्रेस से ज्यादा है।
 


कांग्रेस की लगी 'लॉटरी'

विधानसभा चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस के भीतर की कलह खुलकर सामने आने लगी थी।पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा बगावती तेवर दिखा चुके थे। प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर भी बागी हो गए थे। लग रहा था कि यहां भी मुकाबला एकतरफा होगा, लेकिन रुझानों को देख तो कांग्रेस की लॉटरी लगती दिख रही है। पिछले चुनावों में महज 15 सीटों तक सिमटने वाली कांग्रेस 35 सीटों पर आगे चल रही है और गठबंधन की सरकार बनाने की स्थिति में दिख रही है। अगर कांग्रेस में आपसी फूट नहीं होती तो शायद वह बहुमत का आंकड़ा भी छूने के करीब पहुंच सकती थी। 

दुष्यंत चौटाला ने चौंकाया  

पार्टी बनाने के एक साल के भीतर ही दुष्यंत चौटाला ने कमाल कर दिया है। किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने के आसार से जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता दुष्यंत चौटाला किंगमेकर की भूमिका में आ गए हैं। उन्हें कम से कम 10 सीटें मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस ने भी उनसे हाथ मिलाने की घोषणा कर दी है।

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