नई दिल्ली। करतारपुर कॉरिडोर के लिए भारत के साथ एग्रीमेंट साइन करने के लिए पाकिस्तान तैयार हो गया है। 23 अक्टूबर को एग्रीमेंट साइन किया जाएगा। भारत के विरोध के बावजूद कॉरिडोर के इस्तेमाल के लिए पाकिस्तान तीर्थयात्रियों से शुल्क लेगा। तीर्थयात्रियों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए भारत ने एग्रीमेंट पर साइन करने का फैसला लिया है।
करतारपुर कॉरिडोर के लिए तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन पंजीकरण जारी है। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था 5 नवंबर और दूसरा जत्था 6 नवंबर को रवाना होगा। करतारपुर कॉरिडोर जाने वाले श्रद्धालुओं को पाकिस्तान द्वारा वीजा फ्री एक्सेस देने के लिए 23 अक्टूबर को एग्रीमेंट साइन करने के लिए केंद्र सरकार तैयार है।
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने सोमवार को करतारपुर सेवा शुल्क को लेकर पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि करतारपुर गुरुद्वारा साहिब के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं 20 रुपये प्रति डॉलर शुल्क लगाना ठीक नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान ने आस्था के साथ कारोबार किया है।