लखनऊ । रेलवे में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बाद भारतीय रेलवे ने खानपान व पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने इसकी काट निकाल ली है ।
दो अक्टूबर से जो प्रतिबंध प्लास्टिक पर लगी है उसी के मद्देनज़र मुम्बई के अम्बरनाथ रेल नीर प्लांट में बायोडिग्रेडेबल रेलनीर की आपुर्ति की जा रही है।
इसकी सफलता के बाद रेलनीर के दूसरे प्लांटो में बायोडिग्रेडेबल रेलनीर बोतलबंद पानी का उत्पादन किया जाएगा । सबसे पहले इसका प्रयोग देश की पहली कारपोरेट ट्रेन तेजस में किया जाएगा ।
उसके बाद स्टेशनों व ट्रेनों में इस बोतलबंद पानी की आपुर्ति की जाएगी। प्रबंधक अशिवनी श्रीवास्तव ने इंडिया इमोशन्स न्यूज़ के संवाददाता से बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक से निपटने के लिए बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग रेलनीर का प्रयोग सफलतापूर्वक कर लिया गया है।
पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शरुआत लखनऊ से नई दिल्ली के बीच तेजस एक्सप्रेस में कई गई है । पहली बार बायोडिग्रेडेबल रेलनीर बोतलों का प्रयोग किया जा रहा है ।
इस ट्रेन में प्रतिदिन डेढ हज़ार बायोडिग्रेडेबल रेलनीर की खपत हो रही है साथ ही साथ उन्होंने जानकारी दी कि अम्बरनाथ के अलावा भी अन्य रेलनीर प्लांटो में जब बायोडिग्रेडेबल रेलनीर क् उत्पादन शरू हो जाएगा तब सभी स्टेशनों और ट्रेनों में इसकी आपुर्ति बहुतायत मात्रा में शरू कर दी जाएगी ।