शाहजहांपुर: पूर्व गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद के मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने अपनी जांच पूरी कर ली है. इस मामले में एसआईटी को बीजेपी के एक नेता के लैपटॉप से अश्लील वीडियो भी मिले हैं. मंगलवार को एसआईटी ने इस मामले में प्रेस कांफ्रेंस कर मामले की जानकारी दी. एसआईटी (SIT) प्रमुख आईजी नवीन अरोड़ा ने बताया कि डीपीएस राठौर (DPS Rathore) और अजीत सिंह (Ajit Singh) नाम के दो लोग सामने आए हैं. जब पीड़िता और संजय की बरामदगी हुई थी उस दौरान भी यह लोग मौजूद थे. एसआईटी चिन्मयानंद के खिलाफ यौन शोषण और उनसे रंगजारी मांगने के मामले की जांच कर रही है.
एसआईटी प्रमुख आईजी नवीन अरोड़ा ने बताया कि एसआईटी को डीपीएस राठौर के लैपटॉप और मोबाइल से चिन्मयानंद के अश्लील वीडियो मिले थे. एसआईटी के अनुसार रंगदारी के मामले में भी ये आरोपी हैं. वहीं स्वामी चिन्मयानंद पर धारा 376 सी 354d, 342, 506 के तहत आरोप सही पाए गए हैं. एसआईटी ने रंगदारी के मामले में संजय, पीड़ित छात्रा, सचिन विक्रम सिंह को भी आरोपी बनाया गया है.
डीपीएस राठौर और अजीत के खिलाफ मिले सबूत
एसआईटी को बीजेपी नेता डीपीएस राठौर और अजीत के खिलाफ सबूत मिले हैं. नवीन अरोड़ा ने बताया कि पीड़िता की राजस्थान से बरामदगी के दौरान मौजूद थे डीपीएस राठौर और अजीत मौजूद थे. जांच में यह भी पता चला कि पीड़िता ने नीले सफेद पाउच में कुछ पेन ड्राइव अजीत को दी थीं. इन्हीं दोनों ने पीड़िता को सलाह दी थी कि अगर पुलिस ने गिरफ्तार किया तो वह सबूतों को तलाशी में बरामद कर लेगी इसलिए वह उन्हें सभी सबूत सौंप दे.
सवा करोड़ मांगी थी रंगदारी
आईजी नवीन अरोड़ा ने बताया कि दोनों आरोपियों ने सबूतों की एक कॉपी बनाई और चिन्मयानंद से वसूली में शामिल हो गए. इन्हीं आरोपियों ने रंगदारी की बात की थी. डीपीएस राठौर और अजीत ने चिन्मयानंद से सवा करोड़ रुपये रंगदारी मांगी थी. उन्होंने कहा कि एसआईटी ने अपनी जांच पूरी कर ली है. चार्जशीट में सभी का नाम शामिल है. इस मामले को कोर्ट के सामने रखा जाएगा.