पावर कॉर्पोरेशन में हुए पीएफ घोटाले में यूपीपीसीएल के महाप्रबंधक और ट्रस्ट के सचिव रहे पीके गुप्ता के लड़के अभिनव गुप्ता ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) में निवेश कराने के लिए ब्रोकर की भूमिका निभाई थी। इस मामले में जांच कर रही एजेंसी ईओडब्ल्यू अभिनव को तलाश कर रही है। जो फिलहाल फरार है।
शुरुआती जांच में डीएचएफएल में निवेश के लिए ट्रस्ट के सचिव पीके गुप्ता और डीएचएफएल की साठगांठ सामने आई है। इसमें पीके गुप्ता के लड़के अभिनव ने डीएचएफएल से मोटा कमीशन लेकर यूपीपीसीएल से निवेश कराया था।
हालांकि जांच एजेंसी इस पूरे मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ने की कोशिश कर रही है। जांच के दौरान पहले ही पता चल चुका है कि ब्रोकर फर्मों के माध्यम से जो निवेश किया गया उसमें अधिकतर ब्रोकर फर्मों का पूर्व में कोई अनुभव नहीं था और वह केवल यूपीपीसीएल के लिए काम कर रही थीं।
डीएचएफएल के तत्कालीन एरिया मैनेजर से हुई पूछताछ
ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने डीएचएफएल के तत्कालीन एरिया मैनेजर अमित प्रकाश को दफ्तर में बुलाकर लंबी पूछताछ की है। अमित प्रकाश ही ब्रोकर के माध्यम से यूपीपीसीएल के अधिकारियों से सीधे संपर्क में थे। निवेश को लेकर दिए गए कमीशन और संबंधित शर्तों के बारे ईओडब्ल्यू के अधिकारियों जानकारी ली गई है। साथ ही यूपीपीसीएल के दो और कर्मचारियों को ईओडब्ल्यू के मुख्यालय बुलाकर पूछताछ की गई है।