नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को ऐतिहासिक फैसला दिया। देश में शांति बनाए रखने के मद्देनजर रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने शीर्ष धर्मगुरुओं के साथ बैठक की। डोभाल से मुलाकात के बाद धार्मिक नेताओं ने संयुक्त बयान जारी किया और कहा कि समाज में भाईचारा बढ़ाने के लिए शीर्ष धर्मगुरुओं की मुलाकात से मदद मिली।
सूत्रों का कहना है कि इस दौरान देश में मौजूदा स्थिति को लेकर चर्चा हुई। इसके अलावा यह तय हुआ कि किस तरह से विभिन्न समुदायों के नेता फैसले को ध्यान में रखते हुए समाज में सद्भाव का संदेश दे सकते हैं। डोभाल के घर पर हुई बैठक में योगगुरु बाबा रामदेव, स्वामी परमात्मानंद, अवधेशानंद गिरि, शिया मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद, मौलाना अरशद मदनी और स्वामी चिदानंद सरस्वती मौजूद थे।\
गौरतलब है कि फैसले के बाद देश में शांति बनाए रखने एवं किसी भी भडक़ाऊ एवं शरारती गतिविधि को रोकने के लिए सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है। बड़े पैमाने पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। गहन गश्त करने के साथ सोशल मीडिया मंचों की भी निगरानी की जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय नॉर्थ ब्लॉक से स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है। पूरे देश में निगरानी कर रहे केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, खुफिया एजेंसियों और राज्य पुलिस बलों को सतर्क रहने को कहा गया है।