ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी
निजामाबाद (तेलंगाना). ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि देश की असली समस्या आबादी नहीं, बल्कि बेरोजगारी है। ओवैसी ने शनिवार को निजामाबाद में आरोप लगाया कि आरएसएस का एजेंडा मुस्लिम आबादी को नियंत्रित करना है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को मुरादाबाद में जनसंख्या नियंत्रण के लिए देश में दो बच्चों की नीति लागू करने की बात कही थी
ओवैसी ने कहा, “मुझे आपके (मोहन भागवत) बयान पर शर्म आ रही है। मेरे दो से ज्यादा बच्चे हैं। कई भाजपा नेताओं के भी दो से ज्यादा बच्चे हैं। संघ हमेशा मुस्लिम आबादी को नियंत्रित करने की बात कहता है। इस देश की असली समस्या बेरोजगारी है, न कि आबादी।” उन्होंने भागवत से देश में नौकरी पाने वाले युवाओं की संख्या पूछी। देश में रोजगार की कमी को लेकर उन्होंने दावा किया- बेरोजगारी की वजह से 2018 में हर दिन 36 युवाओं ने आत्महत्या की।
5 साल में किसी को नौकरी नहीं दे सकी सरकार: ओवैसी
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा- आज भारत जैसा जनसांख्यिकीय अनुपात किसी देश में मौजूद नहीं है। भारत की 60% आबादी 40 साल से कम उम्र की है, लेकिन मोदी सरकार 5 साल के कार्यकाल में किसी को भी नौकरी नहीं दे सकी। यही वजह है कि अब आरएसएस दो बच्चों की नीति लाने पर जोर दे रहा है। उन्होंने कहा, “एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में हर दिन 36 बेरोजगारों और 35 नौकरीपेशा लोगों ने आत्महत्या की। क्या भागवत इन आंकड़ों पर जवाब देंगे?”
गुरुवार को भागवत ने दो बच्चों की नीति की बात कही
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार शाम को मुरादाबाद में कहा था कि संघ का अगला एजेंडा जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर देशभर में आंदोलन करना है। हम हमेशा से दो बच्चों के समर्थन में रहे हैं। हालांकि, इस संबंध में अंतिम निर्णय केंद्र सरकार को लेना है।