दमनकारी विचारधारा जिनका आजादी संघर्ष में कोई योगदान नहीं से लड़ रहे हैं हम: प्रियंका गांधी


लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को यूपी कांग्रेस कार्यालय लखनऊ पहुंच कर पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के साथ 135वें स्थापना दिवस मनाया। प्रियंका गांधी वाड्रा ने लखनऊ में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी का ध्वज फहराने के बाद नेताओं को संविधान की शपथ भी दिलाई।


शपथ दिलाने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि आज देश में वही शक्तियां सरकार चला रही हैं, जिनसे हमारी ऐतिहासिक टक्कर रही है। इतना ही नहीं प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस की स्थापना आजादी की लड़ाई देश के नेतृत्व के लिए हुई थी। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में सभी जाति धर्म के लोगों ने भागीदारी ली थी। इस देश की मिट्टी में सभी का खून मिला है।


एक दमनकारी विचारधारा से हम लोग आज भी लड़ रहे हैं। यह लड़ाई हम लोग आजादी के समय भी लड़े थे। जिनका आजादी के संघर्ष में कोई थी योगदान नहीं है,वे देशभक्त बनकर देशभर में भय फैलाना चाहते हैं।



प्रियंका गांधी ने कहा कि जब-जब देश में भय का माहौल फैलाया जाता है,तब-तब कांग्रेस का कार्यकर्ता खड़ा होता है। ऐसा इसलिए है कयोंकि हम अहिंसा की विचारधारा से उपजे हैं। इस समय देश देश संकट में है, आपने देखा कि पिछले दिनों में किस तरह की अराजकता फैली।


देश के कोने-कोने में संविधान के खिलाफ बने कानून के विरोध में युवा आवाज उठा रहे हैं। प्रियंका गांधी ने सीएए को नोटबंदी का दूसरा रूप भी बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को छोड़कर देश की सभी पार्टियां भाजपा की केंद्र की तथा उत्तर प्रदेश की सरकार से डर रही हैं। हम तो इनकी हर दमनकारी नीति का जमकर और हर स्तर पर विरोध कर रहे हैं।


आखिरी में प्रियंका गांधी सीधे नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर आ गईं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों से देश में किस तरह की अराजकता है। संविधान की रक्षा के लिए ऐसे गलत क़ानूनों का विरोध करने वालों की आवाज दबाने का प्रयास सरकार ने किया।


प्रियंका ने हिंसा में मारे गए युवक, उन्नाव दुष्कर्म कांड आदि का जिक्र किया। फिर कहा कि पहले डराए, दबाए और फिर पीछे हटे, वह कायर की निशानी होती है।







 




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