राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सियासी खींचतान अब अदालत के दरवाजे तक पहुंच गई है। बीते कई दिनों से चली आ रही उठापठक में गहलोत ने पायलट को प्रदेश अध्यक्ष पद व उप मुख्यमंत्री से हटवा दिया। अब वह पायलट और उनके साथ 18 विधायकों को अयोग्य करार देने पर तुले हैं। मगर बागी विधायकों ने इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटा दिया है।
अशोक गहलोत ने हालांकि अपना दमखम दिखाते हुए अपनी सरकार बचाने में कामयाबी हासिल की और कांग्रेस में भी अपनी ताकत का अहसास करा दिया। इसके बावजूद वह क्यों बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कराना चाहते हैं। आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह...