एडवोकेट राजीव मखीजा
नोएडा हिंदी दैनिक आज का मतदाता वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव मखीजा ने आर्थिक सुधारों पर एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार ने देश की आर्थिक सुधारों के प्रति पिछले 6 वर्षों में जो भी कदम उठाए गए हैं
वह विपरीत दिशा में जाने वाला साबित हुआ है सरकार ने कालाबाजारी एवं गलत नगद के चलन को नोटबंदी से रोकने का प्रयास किया वह पूर्णता गलत साबित हुआ क्यों कि सारे पैसे बैंक में जमा हो गए जबकि व्यापार पटरी से उतर गए आजआवश्यक है कि भारतीय आर्थिक नीति की सही पकड़ को समझने वाला व्यक्ति ऐसा हो जो सही निर्णय ले सके
जो कि वर्तमान मोदी सरकार के पास नहीं है आपने कहा कि देश कई क्षेत्रों में उत्पादन की मार से ग्रस्त था तभी इस करोना काल में बिना उचित समय ना देते हुए तुरंत lockdown करके देश की अर्थव्यवस्था पर ताबूत पर आखिरी कील ठोक दी गई जिसके कारण कई व्यापारियों का कच्चा माल तहस-नहस हो गया तथा व्यापारी अपने नुकसान की भरपाई न कर पाने के कारण मानसिक परेशानी में है सरकार को चाहिए कि अपनी नीतियों को लागू करने के पहले उसकी समीक्षा करें सरकार यदि लॉक डाउन लागू करने के पहले समस्त देशवासियों खासतौर पर व्यापारियों रास्तों में फंसे नागरिकों के बारे में सोचा होता तो आज जो आर्थिक चक्र काफी भयावह दिख रही है
वह नहीं दिखाई पड़ती आपने कहा कि आज सच्चाई यह है कि 35% व्यापारी शायद ही अब व्यापार कर पाए उदाहरण देते हुए आपने कहा कि रेस्टोरेंट की तरह कच्चा माल प्रयोग करने वाले लाखों व्यापारियों का माल सड़ गया बह गया बर्बाद हो गया यदि सरकार लॉक डाउन करने के पूर्व एक हफ्ते भर का समय देती तो आज 35% व्यापारी हताशा की जिंदगी ना जीते होते