उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में पर्यटन के दायरे को बढ़ने के दृष्टिगत तथा अयोध्या की महिमा और गौरव के अनुकूल वहां पर विभागीय कार्यों में तेजी लाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि गोरखपुर, प्रयागराज ,लखनऊ से अयोध्या जाने वाले मार्गों पर अयोध्या की सीमा से पहले बड़े डाक बंगले बनाने की कार्य योजना बनाई जाए और तत्काल स्टीमेट तैयार कर स्वीकृति ली जाए। उन्होंने कहा कि यह कार्य शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर कराया जाना है ।श्री केशव प्रसाद मौर्य आज अपने लखनऊ आवास 7-कालिदास मार्ग पर आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने निर्देश दिए कि रू०40 लाख तक की सीमा तक के ठेकों में ओबीसी /एससी /एसटी व सामान्य वर्ग के ठेकेदारों को ठेका दिए जाने हेतु आरक्षण की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाए। निर्देश दिए इंटरस्टेट मार्गों के बॉर्डर पर प्रवेश द्वार बनाए जाने की भी कार्य योजना बनाई जाए। उन्होंने कांवर पथ की योजना को भी मूर्तरूप दिये जाने के बारे में व्यापक दिशा निर्देश दिए । श्री मौर्य ने कहा कि सड़कों के दृष्टिकोण से जो जिले पिछड़े हो, उनका चयन किया जाए और विशेष प्राथमिकता देते हुए वहां पर सड़कों व संपर्क मार्गों के निर्माण का कार्य अमल में लाया जाए।
उन्होंने कहा कि कार्य धरातल पर नजर आने चाहिए। उन्होंने कहा लोक निर्माण विभाग ,सेतु निगम व उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा बहुत ही उल्लेखनीय व उत्कृष्ट कार्य कराए गए हैं, इन कार्यों के प्रोजेक्शन और प्रजेंटेशन तथा व्यापक प्रचार प्रसार के दृष्टिकोण से मुख्यालयों पर एलईडी के माध्यम से प्रचार करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ।
तमाम विभागों की लाइने, सड़कें खोद कर डाली जाती है ,इस संबंध में सड़कों में केबल बिछाने के लिए डक्ट निर्माण के मसौदे पर भी बैठक मे चर्चा की गई, इसके बनने से सड़क को खोदना नहीं पड़ेगा ।उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए की विभागीय मैनुएल्स की एक पुस्तिका तैयार की जाए,साथ ही साथ एक पीरियाडिकली मैगजीन निकालने की कार्रवाई भी की जाए,
जिसमें लोक निर्माण विभाग के विभिन्न शासनादेशों व विभिन्न तकनीकी विशेषज्ञताओ, उपलब्धियों आदि का उल्लेख किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़को पर जहां कहीं भी स्पीड ब्रेकर मानक के अनुरूप नहीं बने हैं ,उनको मानक के अनुरूप बनवाया जाए ताकि कोई दुर्घटना की संभावना न रहे। यह आशंका इसलिए जताई गयी कि कहीं कहीं ग्रामीण अपनी मर्जी से स्पीड ब्रेकर बना देते हैं, इसलिए इसका निरीक्षण कर लिया जाए।
समीक्षा के दौरान बताया गया कि इस वर्ष प्रदेश के 175 खंडों में हर्बल मार्गों के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसमें से 171 खंडों में बरगद ,आंवला ,पीपल ,अशोक आदि के पौधे सड़कों के किनारे लगाए गए है। उन्होंने पर्यावरण संतुलन, संरक्षण व संवर्धन के दृष्टिकोण से इन पौधों की सुरक्षा के व्यापक प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग मुख्यालय के पास विशेश्वरैय्या जी के नाम से भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण किया जाना है, जिसके लिए कार्य योजना बनाई जा चुकी है ।उन्होंने कहा कि 15 सितंबर को इंजिनियर्स डे पर इसका शिलान्यास कराए जाने की तैयारी की जाए।
श्री मौर्य ने पुराने आर ०ओ ०बी ०/फ्लाईओवर/ पुलो/पुलियों आदि का निरीक्षण करने के निर्देश दिए और कहा कि जो जर्जर हो उनकी रिपेयरिंग की जाय या नव निर्माण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने रोड साइनेज की क्वालिटी पर भी विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
बैठक में प्रमुख सचिव ,लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकर्ण ,सचिव लोक निर्माण विभाग समीर वर्मा व रंजन कुमार विभागाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग राजपाल सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे।