कंगना को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, मनोज वाजपेयी, धनुष को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार

67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए निर्देशक प्रियदर्शन की मलयालम फिल्म ‘मरक्कर: अरबिकाडालिन्ते सिंहम’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म, संजय पूरन सिंह चौहान को हिंदी फिल्म ‘बहत्तर हूरें’ के लिए सर्वोत्तम निर्देशक का पुरस्कार दिया गया है. सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म ‘छिछोरे’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म के तौर पर चुना गया.

मनोज बाजपेयी, कंगना रनौत और धनुष. (फोटो: ट्विटर)

मनोज बाजपेयी, कंगना रनौत और धनुष. (फोटो: ट्विटर)

नई दिल्ली: 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के निर्णायक मंडल ने सोमवार को वर्ष 2019 के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की.

गैर-फीचर फिल्म की श्रेणी में ‘एन इंजीनियर ड्रीम’ ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता, जबकि निर्देशक प्रियदर्शन की मलयालम फिल्म ‘मरक्कर: अरबिकाडालिन्ते सिंहम’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के पुरस्कार से नवाज़ा गया.

संजय पूरन सिंह चौहान को हिंदी फिल्म ‘बहत्तर हूरें’ के लिए सर्वोत्तम निर्देशक का पुरस्कार दिया गया है. ‘कस्तूरी’ ने सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म का पुरस्कार अपनी झोली में डाला. वहीं दूसरी ओर, श्री क्षेत्र-रु-सहीजता को सर्वश्रेष्ठ आर्ट एवं कल्चर फिल्म का पुरस्कार मिला.

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को सोमवार को घोषित किए गए 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया है. रनौत को यह पुरस्कार ‘मणिकर्णिका’ और ‘पंगा’ में भूमिका के लिए दिया गया.

वहीं, मनोज वाजपेयी को ‘भोंसले’ और धनुष को ‘असुरन’ में शानदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया है.

दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म ‘छिछोरे’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म के पुरस्कार के लिए चुना गया.

सर्वश्रेष्ठ सहअभिनेत्री का पुरस्कार पल्लवी जोशी को फिल्म ताशकंद फाइल्स के लिए मिला है, वहीं फिल्म सुपर डीलक्स के लिए विजय सेतुपति को सर्वश्रेष्ठ सहअभिनेता चुना गया है.

सामाजिक फिल्मों की श्रेणी में मराठी फिल्म ‘आनंदी गोपाल’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया गया.

राष्ट्रीय एकता के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार ‘ताजमहल’ को दिया गया और सबसे अधिक लोकप्रिय तथा सर्वाधिक मनोरंजक फिल्म की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार तेलुगु फिल्म ‘महर्षि’ को दिया गया.

पहली फिल्म का इंदिरा गांधी पुरस्कार मलयाली फिल्म हेलेन को दिया गया, जिसका निर्देशन एम. जेवियर ने किया है.

ज्यूरी ने सिक्किम को फिल्मों के लिए सबसे ज्यादा अनुकूल राज्य बताते हुए ‘मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट’ का पुरस्कार दिया है.

मराठी फिल्म बारदो में रान पतोला गाने के लिए सावनी रवींद्रन को सर्वश्रेष्ठ महिला प्लेबैक गायक का पुरस्कार मिला, वहीं हिंदी फिल्म केसरी के  ‘तेरी मिट्टी’ गाने के लिए बी. पराक को सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक गायक (पुरुष श्रेणी) का पुरस्कार दिया गया.

मलयालम फिल्म ‘जल्लिकट्टु के लिए गिरीश गंगाधरन को बेस्ट सिनेमटोग्राफी पुरस्कार दिया गया वहीं ‘ओथ्था सेरुप्पु साइज़-7’ को विशेष ज्यूरी पुरस्कार से नवाज़ा गया.

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार निर्णायक मंडल के प्रमुख एन. चंद्रा ने कहा कि उन्होंने फिल्मों को पुरस्कार देने का निर्णय ‘भगवान के तौर पर नहीं बल्कि अभिभावक के तौर पर’ लिया.

पुरस्कारों की घोषणा से पहले निर्णायक मंडल के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की और उन्हें पुरस्कारों का परिणाम सौंपा.

निर्णायक मंडल में भारतीय सिनेमा जगत के ख्याति प्राप्त फिल्म निर्माता और जानी-मानी फिल्मी हस्तियां शामिल हैं. पुरस्कारों की घोषणा सेंट्रल पैनल के अध्यक्ष एन. चंद्रा, गैर-फीचर फिल्म ज्यूरी के अध्यक्ष अरुण चड्ढा, मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट ज्यूरी के अध्यक्ष शाहजी एन. करुण और बेस्ट राइटिंग ऑन सिनेमा ज्यूरी के अध्यक्ष सैबल चटर्जी ने की.

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