देश में कोरोना वायरस संक्रमण से एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार तीन हज़ार का आंकड़ा पार कर गई. संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 17,997,267 हो गए है और 201,187 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के कुल 14.87 करोड़ से ज़्यादा मामले हैं, जबकि 31.35 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल को) का वक्त लगा.
वायरस के मामले और मौतें
24 घंटे में सामने आए संक्रमण के नए मामलों की बात करें तो 27 अप्रैल को 323,144, 26 अप्रैल को 352,991, 25 अप्रैल को 349,691, 24 अप्रैल को 346,786, 23 अप्रैल को 332,730, 22 अप्रैल को 314,835, 21 अप्रैल को 295,041, 20 अप्रैल को 259,170, 19 अप्रैल को 273,810, 18 अप्रैल को 261,500, 17 अप्रैल को 234,692, 16 अप्रैल को 217,353, 15 अप्रैल को 200,739, 14 अप्रैल को 184,372, 13 अप्रैल को 161,736, 12 मार्च को 168,912, 11 अप्रैल को 152,879, 10 अप्रैल को 145,384, नौ अप्रैल को 131,968, आठ अप्रैल को 126,789, सात अप्रैल को 115,736, छह अप्रैल को 96,982, पांच अप्रैल को 103,558, चार अप्रैल को 93,249, तीन अप्रैल को 89,129, दो अप्रैल को 81,466 और एक अप्रैल को 72,330 नए मामले सामने आए थे.
इसी तरह 24 घंटे में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 27 अप्रैल को 2,771, 26 अप्रैल को 2,812, 25 अप्रैल को 2,767, 24 अप्रैल को 2,624, 23 अप्रैल को 2,263, 22 अप्रैल को 2,104, 21 अप्रैल को 2,023, 20 अप्रैल को 1,761, 19 अप्रैल को 1,619, 18 अप्रैल को 1,501, 17 अप्रैल 1,341, 16 अप्रैल को 1,185, 15 अप्रैल को 1,038, 14 अप्रैल को 1,027, 13 अप्रैल 879, 12 मार्च को 904, 11 अप्रैल को 839, 10 अप्रैल को 794, नौ अप्रैल को 780, आठ अप्रैल को 685, सात अप्रैल को 630, छह अप्रैल को 446, पांच अप्रैल को 478, चार अप्रैल को 513, तीन अप्रैल को 714, दो अप्रैल को 469 और एक अप्रैल को 459 रही थी.
मार्च में 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 68,020 मामले 29 मार्च को सामने आए थे और महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या 31 मार्च को दर्ज की गई. इस दिन 354 लोगों की मौत हुई थी, जो साल 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) का सर्वाधिक आंकड़ा है.
फरवरी माह में 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 16738 मामले 25 फरवरी को सामने आए थे और इस महीने सर्वाधिक 138 लोगों की मौतें भी इसी तारीख में दर्ज है.
जनवरी में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 20,346 मामले बीते सात जनवरी को दर्ज किए गए थे. वहीं इस अवधि में सबसे अधिक 264 लोगों की मौत छह जनवरी को हुई थी.
इससे पहले दिसंबर महीने में 24 घंटे के दौरान पांच दिसंबर को संक्रमण के अधिकतम 36,652 मामले सामने आए थे और चार दिसंबर को संक्रमण से अधिकतम 540 लोगों की मौत हुई थी.
नवंबर महीने 24 घंटे के दौरान सात नवंबर को संक्रमण के अधिकतम 50,356 मामले सामने आए थे और पांच नवंबर को संक्रमण से अधिकतम 704 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने की बात करें तो एक तारीख को अधिकतम 86,821 और 28 अक्टूबर को न्यूनतम 43,893 मामले 24 घंटे के दौरान सामने आए थे. अक्टूबर में 24 घंटे में मरने वालों की अधिकतम संख्या 1 अक्टूबर को 1,181 थी.
सात सितंबर को 90,802 और 30 सितंबर को 80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को 75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को 97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या 819 और 29 सितंबर को न्यूनतम 776 थी. इन दो तारीखों के अलावा पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को 1290 लोगों की जान गई, जो बीते साल को सर्वाधिक आंकड़ा है.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
दुनियाभर में मामले 14.87 करोड़ से ज़्यादा, 31.35 लाख से अधिक लोगों की मौत
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 148,739,529 हो गए हैं और अब तक 3,135,750 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में महामारी से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 32,176,051 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 573,381 हो चुकी है.
संक्रमण से दूसरा प्रभावित देश भारत है. भारत के बाद तीसरे संक्रमण प्रभावित देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 14,441,563 मामले मिले हैं और 395,022 लोग दम तोड़ चुके हैं.
ब्राजील के बाद चौथे सर्वाधिक प्रभावित देश फ्रांस में संक्रमण के 5,595,403 मामले आए हैं और 103,762 लोगों ने जान गंवा दी है. फ्रांस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित देश रूस में संक्रमण के 4,725,252 मामले आए हैं, जबकि 107,167 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
रूस के बाद छठे सर्वाधिक प्रभावित देश तुर्की में संक्रमण 4,710,582 के नए मामले दर्ज हुए हैं और 39,057 लोग जान गंवा चुके हैं.
तुर्की बाद सातवें सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में संक्रमण के 4,425,262 मामले सामने आए हैं और 127,705 मौतें हुई हैं. ब्रिटेन के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में संक्रमण 3,981,512 मामले दर्ज हुए हैं जबकि 119,912 मौतें हुई हैं.
इटली के बाद नौवें प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 3,496,134 मामले सामने आए हैं और 77,855 मौतें हुई हैं. स्पेन के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश जर्मनी में संक्रमण के 3,338,564 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 82,326 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
कोविड महामारी के दौर में लोगों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है. दिल्ली के शवदाह गृह का हाल. (फोटो: रॉयटर्स)
नई दिल्ली: मंगलवार को थोड़ी सी गिरावट दर्ज करने के बाद देश में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में एक बार फिर रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है. ये लगातार सातवां दिन है, जब देश में तीन लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं.
बुधवार को बीते एक दिन में अब तक के सर्वाधिक 360,960 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 17,997,267 हो गए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार सुबह तक के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में मरने वालों की संख्या ने पहली बार तीन हजार का आंकड़ा पार कर लिया. 24 घंटे में अब तक के सर्वाधिक 3,293 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या दो लाख को पार कर गई है. देश में कुल मृतक संख्या बढ़कर 201,187 हो गई है.
यह लगातार आठवां दिन है, जब एक दिन में मरने वालों की संख्या दो हजार का आंकड़ा पार गई.
आंकड़ों पर गौर करें तो देश में 15 अप्रैल से लगातार 14वें दिन संक्रमण के दो लाख से अधिक दैनिक मामले सामने आए हैं. 11 अप्रैल के बाद यह लगातार 18वां दिन है, जब देश में एक दिन में 1.5 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं. इसके अलावा सात अप्रैल के बाद यह लगातार 21वां दिन है, जब एक लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं.
आंकड़ों के मुताबिक 14,817,371 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं, जबकि बीमारी से मृत्यु दर 1.12 प्रतिशत है.
मंत्रालय ने बताया कि 2,978,709 लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं जो संक्रमण के कुल मामलों का 16.55 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर और घटकर 82.33 प्रतिशत हो गई है.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक 27 अप्रैल तक 282,703,789 नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से 1,723,912 नमूनों की मंगलवार को जांच की गई है.
बीते 24 घंटे में जिन 3,293 लोगों की मौत हुई है, उनमें सर्वाधिक 895 मौत महाराष्ट्र में, दिल्ली में 381, उत्तर प्रदेश में 264, छत्तीसगढ़ में 246, कर्नाटक में 180, गुजरात में 170, झारखंड में 131, राजस्थान में 121 और पंजाब में 100 लोगों की मौत हो गई.
देश में अब तक हुई कुल 201,187 मौत में से 66,179 महाराष्ट्र में, 15,009 दिल्ली में, 14,807 लोगों की कर्नाटक में, 13,728 की तमिलनाडु में, 11,678 उत्तर प्रदेश में, 11,082 लोगों की पश्चिम बंगाल में, 8,630 की पंजाब में, 7,800 लोगों की आंध्र प्रदेश में और 7,782 लोगों की छत्तीसगढ़ में मौत हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक मौत अन्य गंभीर बीमारियों के कारण हुई है.