मेडिकल संबंधित शिक्षा की फीस वर्तमान से 90% कम हो- शबाना खान,

 


मेडिकल संबंधित शिक्षा की फीस वर्तमान से 90% कम हो, शबाना खान हिंदी दैनिक आज का मतदाता गाजियाबाद विश्व के मानचित्र में भारत देश जनसंख्या के मामले में दूसरे नंबर पर है आज भारत करोना महामारी के आंकड़ों के हिसाब से तैयारी न कर पाने का खामियाजा भुगत रहा है ,और पूरा विश्व अब यह सोचने पर मजबूर हो गया है कि करोना की आगामी तैयारी कैसे करें आज भारत देश के करोना  महामारी की बुनियादी समस्या को समझते हुए मेडिकल क्षेत्र की भविष्य की और संबंधित संभावनाओं में से कई पहलुओं पर चिंतन और उस पर अमल करने की आवश्यकता है, यदि देश में ऑक्सीजन या जीवन रक्षक दवाइयों की प्रोडक्शन पर एक विशेष नीति बनाने की आवश्यकता है ,तो दूसरी ओर सबसे प्रमुखता से उस मेडिकल शिक्षण व्यवस्था की भी नया अमली जामा पहना होगा जहां पर करोड़ों भारतीय युवा मेडिकल की पढ़ाई से इसलिए वंचित हो जाते हैं कि मेडिकल शिक्षा की फीस उनके और उनके परिवार वालों की पहुंच से बाहर हो जाती है, तथा वे अपनी प्रतिभा को दरकिनार करते हुए किसी और क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को निखारने का प्रयास करते हैं, लेकिन उतना सफल नहीं हो पाते हैं ।  सिक्के का दूसरा पहलू यह है कि ज्यादा फीस जमा करके इस क्षेत्र में स्थापित हुए ज्यादातर डॉक्टर डिग्री के उपरांत इस मेडिकल शिक्षा की सबसे बड़ी मजबूत, लक्ष्य सेवा , को भूल जाते हैं और अपने परिवार द्वारा कर्ज लेकर जमा किए गए फीस की भरपाई के लिए कई प्रोफेशनल तरीकों पर विश्वास करने लगते हैं, जिसमें उनका कई वर्ष समाप्त हो जाता है। आज आवश्यक है कि सरकार तत्काल प्रभाव से मेडिकल शिक्षा से संबंधित कोर्स की फीस को 90% कम करें जिससे देश की ज्यादा से ज्यादा युवा प्रतिभा मेडिकल क्षेत्र में प्रवेश करके एक मजबूत और स्वस्थ भारत के निर्माण में अपनी अग्रणी भूमिका निभा सके, आज यह सत्य है कि इस महामारी में डॉक्टर ही खुदा या भगवान का दूसरा रूप है ,आओ हम सब मिलकर मिलकर मेडिकल क्षेत्र को सेवा का क्षेत्र बनाने में एक मजबूत संकल्प के साथ आगे आए और सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित करें ।  प्रबंध संपादक शबाना खान हिंदी दैनिक आज का मतदाता गाजियाबाद

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