महिमा के गीत

 


                 बी आर बत्रा  

सूरज चांद सितारे तेरी महिमा को दर्शा रहे हैं ,

और धरती पर यह अथाह जल, बादल बनकर यूं ही तो बरसा रहे हैं ,

 बर्फीले पर्वत की चोटियां ,नदियों का शीतल जल, तेरी महिमा के गीत गा रहे हैं, 

अनंत कृतियों का बेजोड़ रूप ,तेरी कला को दिखा रहे हैं । 

राम वह जो रमा हुआ कण-कण में अपने को जता रहा है, 

फूलों की सुंदरता को देखकर चांद भी शरमा रहा है ,

सूरज चांद सितारे तेरी महिमा को दर्शा रहे ।

टिप्पणियाँ
Popular posts
परमपिता परमेश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दें, उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें व समस्त परिजनों व समाज को इस दुख की घड़ी में उनका वियोग सहने की शक्ति प्रदान करें-व्यापारी सुरक्षा फोरम
चित्र
सभी देशवासियों को नवरात्रि दशहरा व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं- मोहनलाल अग्रवाल
चित्र
पीपल, बरगद, पाकड़, गूलर और आम ये पांच तरह के पेड़ धार्मिक रूप से बेहद महत्व
चित्र
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की आपातकाल बैठक में वर्किंग कमेटी की गई भंग सर्वसम्मति से नए अध्यक्ष चुने गए डॉक्टर अनूप श्रीवास्तव
चित्र
भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति में भी ब्राह्मणों के बलिदान का एक पृथक वर्चस्व रहा है।
चित्र