साहित्यकार संतोष पटेल को मिला ओमप्रकाश वाल्मीकि सम्मान 2021

भोजपुरी जन जागरण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष पटेल को साहित्य एवं समाज में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु साहित्य चेतना मंच, सहारनपुर द्वारा ओमप्रकाश वाल्मीकि साहित्य सम्मान 2021 के लिये चयनित किया है।विदित हो कि मूल रुप से चम्पारण बिहार तथा वर्तमान में दिल्ली सरकार में कार्यरत तथा द्वारका निवासी संतोष पटेल अपनी पुस्तक "जारी है लड़ाई" से पुरे देश दुनिया में चर्चा में हैं। उनकी‌ कलम समाज के वंचित लोगों के लिए तथा दलित साहित्य के उपर लगातार चल रही है। वो एक अच्छे मंचीय कवि भी हैं जो हिंदी- भोजपुरी में कविताओं से मंच को सुशोभित करते है। 
 

साथ ही भोजपुरी भाषा को भारतीय संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए वो लगातार भोजपुरी जन जागरण अभियान के माध्यम से जंतर मंतर दिल्ली पर धरना प्रदर्शन करते आ रहे हैं। उनके इन्हीं तमाम कार्यों को देखते हुए साहित्य चेतना मंच, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश के तरफ से यह सम्मान के लिये चुना गया है। उन्होंने देश के कई नामचीन साहित्यकारों में अपनी रचना व कृत्यों के माध्यम से विशिष्टता दर्ज कराते हुए यह सम्मान हासिल किया है। उनके इस उपलब्धि पर देश भर से बधाईयों का तांता लगा है। दिल्ली से कवि तेज प्रताप, नेशन लाईव व झेलम एक्सप्रेस के संपादक धनंजय कुमार सिंह, बेतिया से डाॅ० गोरख प्रसाद मस्ताना, बिहार से भोजपुरी फिल्म अभिनेता अभिषेक भोजपुरिया, जमशेदपुर से साहित्यकार गंगा प्रसाद अरुण, राजेश भोजपुरिया, यूपी से प्रकाश चन्द्र पटेल, फिल्म निर्देशक संजय ऋतुराज, डाॅ० मनोज कुमार, नृपेन्द्र अभिषेक नृप, देवेन्द्र कुमार, प्रमेन्द्र सिंह, अनुज कुमार तिवारी, मनोज सिंह राकेश सिंह, प्रेम विशाल आदि ने बधाई संप्रेषित किया है।

          






टिप्पणियाँ
Popular posts
परमपिता परमेश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दें, उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें व समस्त परिजनों व समाज को इस दुख की घड़ी में उनका वियोग सहने की शक्ति प्रदान करें-व्यापारी सुरक्षा फोरम
चित्र
पीपल, बरगद, पाकड़, गूलर और आम ये पांच तरह के पेड़ धार्मिक रूप से बेहद महत्व
चित्र
भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति में भी ब्राह्मणों के बलिदान का एक पृथक वर्चस्व रहा है।
चित्र
ब्रिटेन की नई हुकूमत के समक्ष चुनौतियों की भरमार?
चित्र
अहमदाबाद: 17 किलोमीटर लंबी रथ यात्रा, एक लाख साड़ियां और...अमित शाह