निशानेबाज़ों का स्वर्णिम प्रदर्शन जारी, मनीष नरवाल ने भारत को दिलाया तीसरा स्वर्ण, अडाना को रजत

 


टोक्यो पैरालंपिक खेलों में निशानेबाज़ी की पी-4 मिश्रित 50 मीटर पिस्टल एसएच-1 स्पर्धा में शीर्ष दोनों स्थान भारत के नाम रहे. निशानेबाज़ मनीष नरवाल ने स्वर्ण पदक पर निशाना साधा और सिंहराज अडाना ने रजत पदक अपने नाम किया. इसके साथ ही भारत शनिवार तक पैरालंपिक खेलों में कुल 15 पदक जीत चुका है. इसमें तीन स्वर्ण, सात रजत और पांच कांस्य शामिल हैं.

टोक्यो/नई दिल्ली: निशानेबाज मनीष नरवाल ने पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ टोक्यो खेलों में भारत की झोली में तीसरा स्वर्ण पदक डाला, जबकि सिंहराज अडाना ने रजत पदक जीता जिससे पी-4 मिश्रित 50 मीटर पिस्टल एसएच-1 स्पर्धा में शीर्ष दोनों स्थान भारत के नाम रहे.


इस वर्ग में विश्व रिकॉर्डधारी 19 वर्ष के नरवाल ने पैरालंपिक का रिकॉर्ड बनाते हुए 218.2 स्कोर करके अपने पहले ही खेलों में पीला तमगा जीता.

स्वर्ण जीतने के बाद उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं.’नरवाल का परिवार 2016 में उन्हें पास की एक निशानेबाजी रेंज में ले गया था और वह तुरंत इस खेल की ओर आकृष्ट हो गए थे. वह नियमित अभ्यास करते रहे लेकिन उस समय उन्हें पैरालंपिक खेलों के बारे में नहीं पता था.कोच जयप्रकाश नौटियाल ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्होंने 2017 बैंकाक विश्व कप में पी-1 एयर पिस्टल एसएच-1 स्पर्धा में व्यक्तिगत वर्ग का स्वर्ण जीता.

वहीं पी-1 पुरुषों की एस मीटर एयर पिस्टल एसएच-1 स्पर्धा में बीते 31 अगस्त को कांस्य जीतने वाले 39 वर्ष के अडाना ने 216.7 अंक बनाकर रजत पदक अपने नाम किया. इसके साथ ही अडाना एक ही खेलों में दो पदक जीतने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हो गए.

अडाना ने कहा, ‘आज फाइनल बहुत कठिन था. जब मैं तीसरे स्थान पर था तो मैंने खुद से कहा कि सिंहराज अच्छा प्रदर्शन, रुको, सांस लो, रुको, ओके. एक शॉट, बस एक शॉट. कोई और बात मेरे दिमाग में चल ही नहीं रही थी.’फाइनल में पहनी हैट के बारे में उन्होंने कहा, ‘यह मेरी पत्नी ने मुझे तोहफे में दी थी और मेरे लिए लकी है.’

दो पदकों की बात करें तो इससे पहले निशानेबाज अवनि लेखरा ने मौजूदा खेलों में स्वर्ण और कांस्य पदक जीता है. वहीं जोगिंदर सिंह सोढी ने 1984 पैरालंपिक में रजत और कांस्य पदक जीता था.

रूसी ओलंपिक समिति के सर्जेइ मालिशेव ने 196.8 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता.

दाहिने हाथ में विकार के शिकार नरवाल की शुरुआत धीमी रही, जब उन्होंने 7.7 और 8.3 स्कोर किया, लेकिन इसके बाद हरियाणा के वल्लभगढ़ के इस युवा ने शानदार वापसी की. दूसरी ओर अडाना की शुरुआत काफी अच्छी रही, लेकिन बीच में वह चूक गए. फाइनल सीरीज में नरवाल ने 8.4 और 9.1, जबकि अडाना ने 8.5 तथा 9.4 स्कोर किया.

इससे पहले क्वालीफाइंग दौर में अडाना 536 अंक लेकर चौथे और नरवाल 533 अंक लेकर सातवें स्थान पर थे. भारत के आकाश 27वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह नहीं बना सके.

भारतीय निशानेबाजों ने मौजूदा खेलों में दो स्वर्ण समेत पांच पदक जीत लिए हैं.

नरवाल ने यूएई में 2021 पैरा निशानेबाजी विश्व कप में पी-4 में विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण और टीम वर्ग में रजत पदक जीता था. उन्होंने सिडनी पैरा निशानेबाजी विश्व चैम्पियनशिप 2019 में तीन कांस्य पदक जीते थे.

बीते 31 अगस्त को भारतीय निशानेबाज सिंहराज अडाना ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में पी-1 पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच-1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था. 31 अगस्त को ही रियो पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलु ने पुरुषों की ऊंची कूद टी-42 वर्ग में रजत और शरद कुमार ने कांस्य पदक जीता था.

बीते 30 अगस्त को भारत ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में दो स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे. निशानेबाजी में अवनि लेखरा के बाद पहली बार पैरालंपिक खेल रहे सुमित अंतिल ने भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया था.

इसके अलावा बीते 30 अगस्त को ही स्टार पैरा एथलीट और दो बार के स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझरिया पैरालंपिक खेलों की भाला फेंक स्पर्धा में अपना तीसरा पदक रजत पदक के रूप में जीता, जबकि चक्का फेंक के एथलीट योगेश कथूनिया ने भी दूसरा स्थान (रजत पदक) हासिल किया.

इतना ही नहीं सुंदर सिंह गुर्जर ने भी कांस्य पदक जीता. वह पुरुषों के भाला फेंक के एफ-46 स्पर्धा में झाझरिया के बाद तीसरे स्थान पर रहे. 29 अगस्त को टेबल टेनिस में भाविना पटेल और ऊंची कूद स्पर्धा में निषाद कुमार ने रजत पदक भारत के नाम किया था. भाविना के पदक के साथ भारत का टोक्यो पैरालंपिक में खाता खुला था.

प्रधानमंत्री ने पदक विजेताओं की सराहना की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो पैरालंपिक में पदक जीतने के लिए मनीष नरवाल और सिंहराज अडाना को शनिवार को बधाई दी और कहा कि जारी खेलों में गौरवशाली क्षण लगातार आ रहे हैं.

मोदी ने ट्वीट किया, ‘टोक्यो पैरालंपिक से गौरवशाली क्षण लगातार आ रहे हैं. युवा और प्रतिभाशाली मनीष नरवाल की महान उपलब्धि. उनका स्वर्ण पदक जीतना भारतीय खेलों के लिए एक खास क्षण है. उन्हें बधाई. भविष्य के लिए शुभकामनाएं.’

मोदी ने कहा, ‘सिंहराज अडाना ने दोबारा कर दिखाया. उन्होंने एक और पदक जीता, इस बार मिश्रित 50 मीटर पिस्टल एसएच-1 स्पर्धा में. उनके इस कारनामे से भारत खुश है. भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं.’

प्रधानमंत्री ने नरवाल और अडाना को फोन करके उन्हें बधाई भी दी. दोनों खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री के पैरा-एथलीटों का लगातार प्रोत्साहन करने के लिए उनकी सराहना की और समर्थन करने के लिए आभार जताया.

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