सरकार जनधन खाताधारकों को लोन देने में अधिक प्राथमिकता दें- कमल गंभीर

 

कमल गंभीर

हिंदी दैनिक आज का मतदाता गाजियाबाद जीएस पावर अंबेडकर रोड गाजियाबाद के संचालक कमल गंभीर ने एक संक्षिप्त वार्ता के अंतर्गत कहा कि आज की 21 वी सदी के भारत में सबसे ज्यादा चुनौती रोजगार को लेकर है ऐसी स्थिति में हर व्यक्ति अपनी पारिवारिक और आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपने भविष्य की योजनाओं का गठन करता है बीते 2 साल जिसमें करोना  दैविक महामारी ने हर क्षेत्र को अपने चंगुल में ले लिया है ,जिसके कारण रोजगार के क्षेत्र में भी भारी कमी आई है ।कमल गंभीर ने कहा कि आज के दौर में स्वरोजगार एक बहुत बड़ी परिकल्पना है 

 


जिसे हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देखा था और धीरे-धीरे उसको जमीनी हकीकत पर उतार दे रहे हैं ।कमल गंभीर ने कहा कि पर्यावरण और बढ़ते पेट्रोल के दाम को देखते हुए वर्तमान ट्रांसपोर्ट सिस्टम में ई-रिक्शा का योगदान धीरे धीरे बढ़ता जा रहा है, आज युवाओं के साथ-साथ हर वर्ग के लोग  ई-रिक्शा को अपना रोजगार का साधन मान बैठे है, यहां तक की दिल्ली एनसीआर में महिलाएं भी ई-रिक्शा को चलाने में पीछे नहीं है ,आज रोजगार की तलाश में ई-रिक्शा अपने आप में एक सशक्त माध्यम बन गया है लेकिन आज के परिपेक्ष में समाज का हर नागरिक वर्तमान आर्थिक तंगी से गुजर रहा है ऐसी स्थिति में सरकार जनधन खाता धारकों के लिए यदि सरकारी लोन की व्यवस्था में इजाफा और उन्हें प्रोत्साहित करती है जिससे उनको लोन मिलने की प्रक्रिया में तेजी आती है और उन्हें ज्यादा नागजी और कानूनी कार्रवाई से न गुजरना पड़े,  तो  वर्तमान 21वीं सदी के भारत निर्माण में स्वरोजगार का एक बड़ा उदाहरण देश में पेश होगा, जिससे ई रिक्शा के उत्पादन से लेकर अंतिम उपभोक्ता तक हर वर्ग अत्यधिक लाभान्वित होगा।

टिप्पणियाँ
Popular posts
परमपिता परमेश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दें, उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें व समस्त परिजनों व समाज को इस दुख की घड़ी में उनका वियोग सहने की शक्ति प्रदान करें-व्यापारी सुरक्षा फोरम
चित्र
पीपल, बरगद, पाकड़, गूलर और आम ये पांच तरह के पेड़ धार्मिक रूप से बेहद महत्व
चित्र
भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति में भी ब्राह्मणों के बलिदान का एक पृथक वर्चस्व रहा है।
चित्र
ब्रिटेन की नई हुकूमत के समक्ष चुनौतियों की भरमार?
चित्र
अहमदाबाद: 17 किलोमीटर लंबी रथ यात्रा, एक लाख साड़ियां और...अमित शाह