सरकार आर्थिक क्षेत्र के सलाहकारों एवं कर्मियों के लिए विशेष योजनाएं बनाएं ,अजीत श्रीवास्तव

 

अजीत श्रीवास्तव 

 गाजियाबाद नवयुग मार्केट आर्थिक क्षेत्र के जानकार सलाहकार अजीत श्रीवास्तव ने एक संक्षिप्त वार्ता के अंतर्गत कहा कि वर्तमान परिवेश में सरकारी, व्यापारिक, और जीवन से संबंधित जुड़ी हुई हर जरूरत की चीजों के लिए आज तकनीकी प्रमुख माध्यम बन गया है, संचार क्रांति के कारण आज तकनीकी पद्धति हर क्षेत्र का चहेता बना हुआ है, सरकारी विभाग हों या  प्राइवेट विभाग होया या  औद्योगिक क्षेत्र हो ,   ट्रेडिंग  हो , उत्पादन कंपनी   हो या  डॉक्टर, अधिवक्ता या कोई भी सेवा कार्य से लेकर उत्पादन और डिस्ट्रीब्यूशन का कोई भी क्षेत्र आज ऑनलाइन  तकनीकी के बिना आगे नहीं बढ़ रहा है। ऑनलाइन तकनीकी के फायदे को ध्यान में रखते हुए हर वर्ग इसमें इससे ज्यादा से ज्यादा लाभ लेना चाहता है और अपने उपभोक्ताओं को फायदा भी पहुंचाना चाहता है ,लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि सरकारी जीएसटी विभाग, इनकम टैक्स या अन्य लेखा का कार्य से जुड़ी  बड़ी या  छोटी कंपनियों में जहा की यह  पद्धति अनिवार्य होता जा रहा है 


 रने में लगे रहते हैं और जो मुख्य रूप से एक निश्चित समय अवधि के अंदर जीएसटी की, इनकम टैक्स की हो या सेल्फ एंप्लॉई द्वारा दी गई समय हो   जिसको पूरा करने के  कारण  मानसिक रूप से काफी तनाव में रहते हैं जो कि वर्तमान में एक चिंता का विषय बना हुआ है , ताजा शोध के अनुसार बहुत सारी ऐसी घटनाएं सामने आई है जिसमें व्यक्ति इस तकनीकी पद्धति को अपनाकर अवसाद में चले गए हैं, सरकार इस क्षेत्र के कर्मियों के लिए विशेषकर लेखा जानकार, लेखा सलाहकार, और सरकारी कामकाज को समय अवधि से सुनिश्चित समय पर कार्य करने वाले कर्मियों को एक विशेष पैकेज के तहत एक ऐसी योजना बनाएं जिससे उनको भविष्य में एक राहत महसूस क्योंकि इस तरह के कर्मियों द्वारा अपनी शारीरिक क्षमता के साथ-साथ काफी हद तक मानसिक ताकत का भी प्रयोग करना पड़ता है क्योंकि समय सुनिश्चित होता है जिसका की कर्मियों पर एक तनावपूर्ण प्रभाव पड़ता है कि उन्हें इतने समय के अंदर संबंधित कार्य को पूरा कर देना ,इसलिए सरकार ऐसे कर्मियों के लिए कोई विशेष आर्थिक योजना बनाएं जिससे उनका स्वास्थ्य ,उनका आर्थिक हित दोनों ही  सुरक्षित रहें ।अजीत श्रीवास्तव ने कहा आज 21वीं सदी के बहुत सारे अनुसंधान और प्रयोग अपने देश में लागू हो  चुका है जिसके परिणाम तो अच्छे हैं लेकिन उसके दुष्परिणाम की भी हमें चिंता करनी चाहिए इसलिए समय रहते देश के युवा तकनीकी जानकार ,आर्थिक सलाहकार व आर्थिक क्षेत्र के कर्मियों को सरकार मानसिक दबाव की स्थिति को भांपते हुए शीघ्र  से शीघ्र इस क्षेत्र के कर्मियों के लिए विशेष योजनाएं बनाए जिसके कारण संबंधित क्षेत्र के कर्मियों को यह एहसास हो की सरकार उनकी शारीरिक, आर्थिक और मानसिक सुरक्षा के साथ खड़ी है।

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