नई दिल्ली : कपड़ा उद्योग के लिए आज कैबिनेट ने पीएम मित्र योजना को शुरूआत की है. इसके लिए पूरे देश में 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क तैयार किए जाएंगे. इस पर 4445 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. आज की बैठक में कपड़ा उद्योग के लिए कई अहम फैसले लिए गये. इसकी जानकारी वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और अनुराग सिंह ठाकुर ने मीडिया को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मित्र योजना से टेक्सटाइल और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्रांति आएगी. पीयूष गोयल ने कहा कि कपड़ा उद्योग में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने सात प्रमुख फैसले लिए हैं. इनमें से छह फैसले पहले ही किए जा चुके हैं. आज इस उद्योग के लिए सातवां फैसला लिया गया है.पीयूष गोयल के मुताबिक पीएम मित्रा स्कीम के लिए सरकार ‘5एफ’ कॉन्सेप्ट पर काम कर रही है. वर्तमान में कपड़ा उद्योग इंटीग्रेटेड नहीं है. इसमें प्रोडक्शन कहीं और होता है, कच्चा माल कहीं और से आता है. इस तरह इसकी कॉस्टिंग काफी बढ़ जाती है. टेक्सटाइल पार्क की मदद से कपड़ा उद्योग के लिए सारा काम इंटीग्रेटेड हो जाएगा.
अगले पांच सालों में इसके लिए 4445 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. सात टेक्सटाइल पार्क के लिए 10 राज्यों ने इंट्रेस्ट दिखाया है. इस पार्क के तैयार होने पर 7 लाख डायरेक्ट और 14 लाख इनडायरेक्ट रोजगार पैदा होंगे. एक पार्क को तैयार करने में करीब 1700 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. यह पार्क करीब 1000 एकड़ में फैला होगा.
पीयूष गोयल ने कहा कि ये टेक्सटाइल पार्क राज्य के ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड एरिया में बनाए जाएंगे. ग्रीनफील्ड मित्रा पाक्र्स को 500 करोड़ की और ब्राउनफील्ड मित्रा पाक्र्स को 200 करोड़ की मदद दी जाएगी. यहां काम करने वाले वर्कर्स को भी तमाम सोशल सिक्यॉरिटी का उचित लाभ मिलेगा.
केंद्र सरकार ने टेक्सटाइल को लेकर बीते कुछ महीनों में 2 बड़े फैसले लिए है. पहला पीएलआई को लेकर हुआ है. कपड़ा मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक, भारत में रजिस्टर्ड मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां टेक्सटाइल सेक्टर में 10,683 करोड़ रुपये की प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेंटिव का फायदा उठा सकती है.