केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार के शासनकाल में महंगाई आसमान छू रही है। भारत को विकासशील देश बनाने के नाम पर मोदी सरकार ने जनता को बेरोजगारी, गरीबी भुखमरी के कगार पर पहुंचाने का काम किया है।
महंगाई के मामले में मोदी सरकार के शासनकाल में कई नए रिकॉर्ड बन रहे है।
बीते कई महीनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन बढ़ रही है। कई राज्यों में पेट्रोल 100 के ऊपर जा पहुंचा है।जानकारी के मुताबिक, भारत में पेट्रोल एविएशन टर्बाइन फ्यूल यानी कि विमान के ईंधन से भी 33 फीसदी ज्यादा महंगा हो चुका है। जहां एटीएफ यानी कि विमान का इंधन 79 रुपए प्रति लीटर है।
वहीँ देश की राजधानी दिल्ली में दिल्ली में पेट्रोल 105 से पार जा पहुंचा है। सितंबर के आखिरी हफ्ते से अब तक पेट्रोल लगभग 16 बार महंगा किया गया।
वहीँ डीजल 19 बार महंगा हुआ है। देश में बढ़ रही महंगाई के मुद्दे पर लगातार मोदी सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर बनी हुई है।
इस मामले में कांग्रेस नेता श्रीनिवास बी वी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि“काश हर हिंदुस्तानी के पास, मोदी जी वाले 8000 करोड़ के आलीशान हवाई जहाज होते, तो सभी को पेट्रोल 79₹ लीटर मिल रहा होता..
बता दें कि पेट्रोल डीजल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के पीछे केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए जाने वाला टैक्स सबसे बड़ी सबसे बड़ी वजह है।
दरअसल पेट्रोल और डीजल सरकार की इनकम का प्रमुख स्रोत बन चुके हैं। इसलिए इनपर भरी भरकम टैक्स वसूला जा रहा है।अगर पेट्रोल और डीजल पर सरकार द्वारा टैक्स नहीं बढ़ाया जाता। तो इस वक्त देश में पेट्रोल 75 रुपए प्रति लीटर और डीजल 60 रुपए प्रति लीटर मिल रहा होता।
दिल्ली और कोलकाता के बाद मुंबई में पेट्रोल की कीमत ज्यादा है। इस वक्त मुंबई में पेट्रोल 111 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।