कश्मीर में अल्पसंख्यक और बिहारी प्रवासी मारे जा रहे हैं, शाह और राजनाथ चुप क्यों हैं: राउत

 


बीते दिनों से जम्मू कश्मीर में हो रहे आतंकी हमलों में कई नागरिकों की जान जा चुकी है। आतंकियों द्वारा लगातार आम लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। बीते दिनों आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में कई जवान भी शहीद हुए हैं। जम्मू कश्मीर में बढ़ रही आतंकी घटनाओं को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी दल जमकर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।

इस कड़ी में आज शिवसेना नेता संजय राउत ने भी मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने जम्मू कश्मीर में हो रहे आतंकी हमलों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि देश के गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को इस पर अपनी प्रतिक्रिया देनी चाहिए। एक बयान देकर देश को लद्दाख और कश्मीर की वर्तमान स्थिति के बारे में मुखातिब करवाना चाहिए।शिवसेना नेता का कहना है कि जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्वारा प्रवासी लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि कश्मीर में कश्मीरी पंडितों अल्पसंख्यकों और बिहारी प्रवासियों को आतंकियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। जिसे टारगेट किलिंग कहा जा सकता है। जब भी पाकिस्तान की बात होती है। तो भारत सरकार सर्जिकल स्ट्राइक की बात करती है। फिर तो यह सर्जिकल स्ट्राइक चीन के लिए भी होनी चाहिए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह या गृह मंत्री अमित शाह देश को यह बताएं कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में चल रहा है?


गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों में बिहार के 2 लोगों की हत्या हुई है। अभी गंभीर रूप से घायल हुए एक अन्य शख्स का इलाज किया जा रहा है। शिवसेना नेता संजय राउत से पहले पूर्व सांसद पप्पू यादव ने भी इस मुद्दे पर मोदी सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा किया है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि 15 दिनों के अंदर अब तक कश्मीर में आतंकियों द्वारा 13 नागरिकों की हत्या की जा चुकी है। डर और दहशत के माहौल में कश्मीर से प्रवासी मजदूरों ने पलायन करना भी शुरू कर दिया है।

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