मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों के प्रति सरकार के रवैये पर सवाल उठाए हैं।
मलिक ने जयपुर में एक कार्यक्रम में भाषण देते हुए कहा, ” देश में इतना बड़ा आंदोलन आज तक नहीं चला, जिसमें 600 लोग शहीद हो गए। कुतिया भी मरती है तो दिल्ली के नेताओं का शोक संदेश जाता है। लेकिन 600 किसानों का प्रस्ताव (संदेश) लोकसभा में पास नहीं हुआ।”इसके अलावा राज्यपाल ने कहा, “आजकल जो किसानों का मुद्दा है, उस पर अगर बोलूंगा तो कंट्रोवर्सी हो जाएगी। ये अखबार वाले ऐसा कर देते हैं कि मैं दो हफ्तों तक इंतजार करता हूं कि दिल्ली से कहीं कोई टेलीफोन तो नहीं आया। हालांकि गवर्नर को हटाया तो नहीं जा सकता, फिर भी मेरे शुभचिंतक तलाश में रहते हैं कि ये कुछ बोलें और हटें।”सत्यपाल मलिक ने अडानी जैसे बड़े उद्योगपतियों पर निशाना साधते हुए कहा, “किसानों का माल कम दाम में खरीदकर फिर बड़े दाम में बेचने के लिए बैठ गए हैं बाजार में। अडानी का तो एक गोदाम भी बन गया पानीपत में जब पार्लियामेंट में कानून भी पास नहीं हुआ।”मलिक पहले भी कई बार मोदी सरकार पर हमलावर रहे हैं। उन्होंने बीते दिनों जम्मू-कश्मीर और गोवा की भाजपा सरकारों पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। उनकी मानें तो दिल्ली के कुछ बड़े (भाजपा) नेताओं ने उन्हें राज्यपाल बनाया है, और जब वो सब चाहेंगे तो मलिक इस्तीफा दे देंगे।