वहीं जानकारी के मुताबिक लोगों और पुलिस ने जब मौके पर जाकर पत्थर और मिट्टी हटाई गई तो कई गायें दबी मिलीं। विधायक ने बताया कि सुबह इन गायों को मिट्टी में जिंदा दफन कर दिया गया था और ये गौ हत्या है।
उधर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि तथाकथित गौरक्षकों के राज में सैकड़ों की संख्या में गाय जिन्दा दफन की जा रहीं हैं। बीजेपी के जंगलराज में सिर्फ आमजनता ही नहीं गायों के भी दुर्दिन आ गयें हैं। जेल भी बदतर स्थिति गौशालाओं की हो गयी है। जिन्दा गोवंशों को कुत्ते नोच कर खा रहें हैं। जिन्दा दफन कर दिया जा रहा है। गाय हमारी माता है। करोड़ों देवी देवताओं का वास होता है। उस गौमाता की दुर्दशा अक्षम्य एवं निंदनीय है। इन ढोंगियों के लिए गौमाता केवल वोट बटोरने का साधन मात्र रह गयी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि केवल चुनाव के समय गाय की याद भाजपा को आती है बाकी दिनों में केवल अपने मित्रों की आय की चिंता सताती रहती है। गौ उद्धार का केवल एक ही उपाय है कि प्रदेश और देश से भाजपा की सफाई। जहां बांदा की घटना ने पूरे जनमानस को झकझोर कर रख दिया है वहीं उन्नाव में गौशालाओं में ठंड व भूख प्यास से तडपकर गायें दम तोड रहीं हैं। वही अयोध्या में जिला प्रशासन द्वारा श्रीराम गौशाला को फण्ड नहीं जारी करना गायों की दुर्दशा का कारण बन रहा है।श्री लल्लू ने आगे कहा कि गौ हत्या के शक में मॉब लिंचिंग करवाने वाले भाजपाइयों बांदा, उन्नाव, अयोध्या तथा प्रदेश के अन्य जिलों में इस तरह से गायों की दुर्दशा पर कब बोलोगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के फर्जी गौ प्रेम की पूरे प्रदेश में पोल खुल चुकी है। गौमाता के साथ इतनी बर्बरता के बाद भी सरकार मूक दर्शक बनी हुई है। गाय माता केवल वोट वाली माता बनकर रह गयी है। जब-जब चुनाव आता है तब-तब गौमाता याद आती है। चुनाव के बाद चाहे वह जिन्दा दफन कर दी जायें भाजपा पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।