गेस्ट टीचर्स के साथ सिद्धू का हल्ला बोल, कहा-दिल्ली का एजुकेशन मॉडल कॉन्ट्रैक्ट मॉडल है

 


नई दिल्ली, पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू दिल्ली सरकार के गेस्ट टीचर्स के आंदोलन में शामिल हुए. ये टीचर सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर स्थायी नौकरी की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. अब इसे नवजोत सिंह सिद्धू का पलटवार माना जा रहा है. कांग्रेस अब दिल्ली के गेस्ट टीचरों के धरने में शामिल होकर अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में ही घेरने की कोशिश कर रही है.

नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम अरविंद केजरीवाल को दी चुनौती दी है कि अगर दम है तो उनके सवालों के जवाब दें. सिद्धू ने इस बाबत ट्वीट में कहा- ‘दिल्ली का एजुकेशन मॉडल कॉन्ट्रैक्ट मॉडल है. दिल्ली सरकार में 1031 स्कूल हैं जबकि सिर्फ 196 स्कूलों में प्रिंसिपल हैं. 45प्रतिशत शिक्षक पद खाली हैं और 22,000 गेस्ट टीचर्स द्वारा दैनिक वेतन पर स्कूल चलाए जा रहे हैं, हर 15 दिन पर कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू किया जाता है.’वहीं कांग्रेस नेता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री से सवाल किया कि उन्होंने दिल्ली में शिक्षकों के लिए कितनी नौकरियां उपलब्ध कराई हैं. दरअसल, केजरीवाल ने कुछ दिन पहले कहा था कि पंजाब में आप के सत्ता में आने पर अनुबंधित शिक्षकों को नियमित कर दिया जाएगा.

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इससे पहले चुनावी वादों को लेकर कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि जो लोग शीशे के घरों में रहते हैं उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए. सिद्धू ने आम आदमी पार्टी के पंजाब में सत्ता में आने पर 18 वर्ष से अधिक उम्र की प्रत्येक महिला को हर महीने एक हजार रुपए की आर्थिक मदद देने के केजरीवाल के वादे को ‘लॉलीपॉप’ करार देते हुए आप के राष्ट्रीय संयोजक से सवाल किया कि दिल्ली में कितनी महिलाओं को यह राशि प्रदान की जा रही है.

 


गौरतलब है कि हाल ही में पंजाब में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल राज्य सरकार के खिलाफ धरने में शामिल हुए थे. सिद्धू के इस कदम को कांग्रेस का आम आदमी पार्टी को जवाब माना जा रहा है.

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