नेताजी की जयंती पर भाजपा और टीएमसी के कार्यकर्ताओं में भिड़ंत, जमकर चले लाठी-डंडे


कोलकाता: आज जब पूरे देश में जब लोग महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मना रहे थे तो वहीं पश्चिम बंगाल की धरती पर भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गये. एक कार्यक्रम के दौरान टीएमसी और बीजेपी समर्थकों के बीच हाथापाई हो गई. इस दौरान दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर लाठी-डंडे बरसाये. पुलिस के बीच बचाव करने के बावजूद दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं हो रहे थे.

भाजपा सांसद पर पथराव के बाद शुरू हुई झड़प

इस घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि कोलकाता के पास भाटपारा में रविवार को भाजपा और टीएमसी समर्थकों के बीच उस समय झड़प हो गई जब बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह पर कथित तौर पर पथराव किया गया. पुलिस ने बताया कि अर्जुन सिंह नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे.

पुलिस ने बताया कि उत्तर 24 परगना जिले में राजनीतिक अशांति के गढ़ में हुई झड़पों में एक पुलिस वाहन सहित दो कारों में तोडफ़ोड़ की गई. संयुक्त पुलिस आयुक्त ध्रुबा ज्योति डे ने कहा कि भाजपा सांसद को बचा लिया गया और उनके आवास पर सुरक्षित भेज दिया गया. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया है.

पुलिस के सामने सबकुछ हुआ: भाजपा सांसद

वहीं घटना के बाद भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि आज सुबह जब 10:30 बजे हमारे विधायक पवन सिंह नेताजी को श्रद्धांजलि देने गए थे उसी समय टीएमसी के गुंडों ने उन पर हमला किया, उन पर गोलियां चलाईं, ईंटें फेंकीं. मेरे पहुंचने पर उन्होंने मुझ पर भी हमला किया. पुलिस के सामने सब कुछ हो रहा था और मेरी गाड़ी तोड़ दी गई.

नेताजी को लेकर किया वादा नहीं हुआ पूरा

इससे पहले सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की झांकी शामिल नहीं करने का आरोप लगाया तथा जन्मदिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की. दूसरी ओर, बंगाल बीजेपी ने नेताजी की जयंती के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम का आयोजित कर रही है. बंगाल बीजेपी की ओर से रविवार की सुबह बंगाल बीजेपी कार्यालय में श्रद्धांजलि दी गई. इस अवसर पर बंगाल बीजेपी के नेताओं ने ममता बनर्जी सरकार नेताजी को लेकर किये गये वादे को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया.

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