ओमिक्रॉन वैरिएंट की जांच के लिए ओमीस्योर को आईसीएमआर ने दी मंजूरी

 


नई दिल्ली : देश में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की जांच के लिये भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने पहली स्वदेशी किट ओमिस्योर को मंजूरी दे दी है. इसे टाटा मेडिकल ने तैयार किया है. बता दें कि भारत में मंगलवार तक ओमिक्रॉन संक्रमण की कुल संख्या बढ़कर 1,892 तक पहुंच गई है.

आईसीएमआर की तरफ से टाटा मेडिकल एंड डायग्नोस्टिक्स लिमिटेड की टाटा एमडी चेक आरटी-पीसीआर ओमीस्योर को बीते 30 दिसंबर को ही मंजूरी मिल गई थी लेकिन इसकी जानकारी आज मंगलवार को सामने आई है.

बताते चलें कि ओमीस्योर टेस्ट किट अन्य आरटी-पीसीआर टेस्ट किट के जैसे ही काम करेगी. इस किट से जांच के लिए भी नाक या मुंह से स्वाब लिया जाएगा. फिर केवल 10 से 15 मिनट में जांच की फाइनल रिपोर्ट आ जाएगी जैसा कि अन्य आरटी-पीसीआर टेस्ट में होता है. ओमीस्योर से जांच का तरीका अन्य आरटी-पीसीआर टेस्ट से कुछ भी अलग नहीं होगा.

इससे पहले देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमण की जांच के लिए अमेरिकी कंपनी थर्मो फिशर की मल्टिप्लेक्स किट का इस्तेमाल हो रहा था जो कि थोड़ी महंगी भी थी. इसकी कीमत 240 रुपये है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देश में ओमिक्रॉन के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1,892 हो चुकी है. महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमिक्रॉन के सबसे ज़्यादा 568 और 382 मामले हैं. ओमिक्रोन के 1,892 मरीज़ों में से 766 मरीज़ रिकवर हो गए हैं.

 


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार की सुबह दी जानकारी के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 37,379 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि इस दौरान 11,007 लोगों की रिकवरी हुईं. हालांकि, 124 लोगों की कोरोना से मौत हुई.

इसके साथ ही, देश में कोरोना के कुल मामले बढ़कर 3,49,60,261 तक पहुंच गए हैं, जबकि सक्रिय मामलों की कुल संख्या 1,71,830 तक पहुंच गई है. हालांकि, राहत वाली बात यह है कि भारत में अब तक 1,46,70,18,464 लोगों को कोरोना रोधी टीका लगा दिया गया है.

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