बलदेव राज बत्रा
प्राणी मात्र के प्रति मित्रता का भाव बनाए रखें यही मानवता है
जीव मात्र के प्रति प्रेम व दया भाव रखें।
दान सहयोग धन की यथासंभव सहायता करें भूखों को खाना खिलाएं प्यासे को पानी पिलाएं निर्वस्त्र को वस्त्र दें बेरोजगार को काम दे बीमार को दवा दें अज्ञानी को शिक्षा का दान दे।
मनुष्य मात्र वह जीव मात्र से प्यार ईश्वर की सच्ची पूजा है इबादत है।
आप और हम सहयोग का हाथ बढ़ाएंगे मनुष्य होने का वायदा निभाएंगे।
परमात्मा की रहमत आपकी झोली में जरूर आएगी
प्रेम प्रसन्नता करुणा सहानुभूति दया गरीबों पर जरूर करिएगा।
गरीबों की दुआएं भी आपको अवश्य लगेगी।