आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अरुणाचल प्रदेश में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के संबंध में कहा है कि जिस दिन हमने चीन को आंख दिखानी शुरू कर दी और 95 बिलियन डॉलर का आयात बंद कर दिया तो चीन को अपनी औकात पता चल जाएगी.नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प को लेकर रविवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए देश के सैनिकों के लिए ‘कुछ दम और सम्मान’ दिखाने को कहा.
पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि सीमा पर चीनी आक्रामकता बढ़ रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार कहती है, ‘सब कुछ ठीक है.’
उन्होंने आरोप लगाया कि चीन को ‘सज़ा देने’ के बजाय मोदी सरकार इस पड़ोसी देश से बड़ी मात्रा में आयात की अनुमति देकर ‘बीजिंग को ईनाम’ दे रही है, जबकि भारतीय सैनिक चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला कर रहे हैं और अपनी जान तक दे देते हैं.उन्होंने कहा, ‘एक तरफ चीन हमें आंखें दिखा रहा है, हमारा सैनिक अपनी जान तक दे रहा है और दूसरी तरफ हम चीन को इसका ईनाम देते जा रहे हैं. हमारी केंद्र सरकार को पता नहीं कि क्या हो गया है कि उनको सजा देने के बजाय, आंखें दिखाने पर उनकी आंख में आंख डालकर उन्हें जवाब देने के बजाय उनसे (चीन) हम और ज्यादा सामान खरीद रहे हैं.’
केजरीवाल ने आगे कहा, ‘2020-21 में, हमने 65 बिलियन डॉलर का चीन का सामान खरीदा, मोटे तौर पर 5.25 लाख करोड़ का सामान भारत ने चीन से खरीदा. चीन ने और आंख दिखाई तो अगले साल भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने 95 बिलियन डॉलर का, मतलब 7.5 लाख करोड़ का और सामान उनसे खरीदा.’
उन्होंने भाजपा और केंद्र सरकार पर हमलावर होते हुए कहा, ‘क्या मजबूरी है केंद्र सरकार और भाजपा की? एक तरफ हमारे सैनिक जान दे रहे हैं दूसरी तरफ ये चीन को ईनाम पर ईनाम दिए जा रहे हैं… क्यों? हमारे सैनिकों की जान की कोई कीमत नहीं है क्या? भारत में उत्पादन करने के बजाय सारा सामान चीन से खरीद रहे हैं. कुछ तो मजबूरी है इनकी.’
अरविंद केजरीवाल ने देशवासियों से चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने की भी अपील की और कहा, ‘वे कहते हैं कि चीन से माल सस्ता आता है, हमें नहीं चाहिए सस्ता. हम भारत से खरीद लेंगे, चाहे कितने में ही बने. हमारे भारत के लोग कट्टर देशभक्त हैं, हमारे सैनिकों की जान की कीमत है हमारे लिए. हमें नहीं चाहिए चीन का सस्ता माल, अगर डबल कीमत पर भी हमारे देश में माल बनेगा, हम खरीदेंगे. लेकिन चीन से खरीदना बंद करो.’
उन्होंने कहा, ‘मैं भारत के लोगों से अपील करता हूं कि चीन के माल का बहिष्कार करना शुरू करें. मैं अपील करता हूं भारत सरकार से कि थोड़ा सा दम दिखाओ, अपने देश के सैनिकों की थोड़ी इज्जत करना सीखो और भाजपा से अपील करता हूं कि इस तरह से खुद को गिरवी मत रखो, इस तरह से चीन के आगे सिर मत झुकाओ. क्या हमारे जवानों के लिए आपके मन में कोई सम्मान नहीं है?’
उन्होंने आगे कहा, ‘ये 21वीं सदी है, यहां ऐसा नहीं होता कि एक देश दूसरे देश की जमीन पर कब्जा कर लेता है, ये सारा व्यापार का खेल है. सारा अर्थव्यवस्था का खेल होता है. जिस दिन हमने चीन को आंख दिखानी शुरू कर दी और ये 95 बिलियन डॉलर का आयात बंद कर दिया तो चीन को अपनी औकात पता चल जाएगी.’
केजरीवाल ने बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि जनता को राहत देने का उसका कोई इरादा नहीं है.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘देश की हालत इतनी पतली कर दी है कि बड़े-बड़े उद्योगपति देश छोड़कर जा रहे हैं. पिछले पांच-सात साल में 12.5 लाख लोग भारत छोड़ गए. उद्योगपति, बड़े व्यापारी और अमीर लोग भारत छोड़ रहे हैं, क्योंकि भाजपा सरकार उन्हें काम नहीं करने दे रही है और उनके पीछे ईडी और सीबीआई लगा दे रही है.’उन्होंने आगे कहा, ‘इधर वे चीन से हाथ मिलाते हैं, लेकिन जो लोग हमारे देश के अंदर व्यापार कर सकते हैं, उद्योग लगा सकते हैं, उत्पादन कर सकते हैं, देश के बच्चों को रोजगार दे सकते हैं, उनके पीछे ईडी छोड़ी दी, वो देश छोड़कर भाग रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘दुनिया में जितने भी भारतीय हैं, सबको भारत ले आओ, सबको बोलो निवेश करो. हम आपको सुविधाएं देंगे. यहां आकर मैन्युफैक्चरिंग करो. मैं गारंटी देता हूं कि फिर हम चीन को निर्यात करना शुरू कर देंगे.’
उन्होंने कहा कि भारतीयों को भारत से भगाया जा रहा है और चीन वालों को गले लगा रहे हैं, उन्हें बुलाकर झूला झुलाते हो.