अपने उद्घाटन भाषण में आर्मी कमांडर ने भारतीय सेना में उत्तर प्रदेश के सैनिकों के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला और उनकी वीरता और बलिदान की सराहना की। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारतीय सेना, वीर नारियों, पूर्व सैनिकों और सैनिकों के परिवारों के कल्याण के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।
समारोह में राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आईं 28 वीर नारियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने राष्ट्र के प्रति बलिदान और निस्वार्थ सेवा के लिए सैनिकों और उनके परिवारों के प्रति आभार व्यक्त किया। अपने संबोधन में, राज्यपाल ने वीर नारियों और सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों के लिए राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा विभिन्न पहलों और कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया कि ऐसी सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उत्तर प्रदेश की प्रत्येक पात्र वीर नारी तक पहुंचे।
राज्यपाल महोदया ने प्रधानमंत्री की 'मेरी माटी मेरा देश' पहल की ओर भी ध्यान आकर्षित किया, जिसका उद्देश्य देश भर में हमारे बहादुर सैनिकों की वीरता और बलिदान का सम्मान करना है।
इस कार्यक्रम में राज्यपाल द्वारा मध्य कमान अस्पताल में एक नए मैमोग्राफी सेंटर का e-उद्घाटन भी किया गया। सुविधा में एक अत्याधुनिक 3डी डिजिटल मैमोग्राफिक प्रणाली है जो स्तन कैंसर के लिए स्क्रीनिंग, निदान, बायोप्सी करने और विभिन्न हस्तक्षेपों की योजना बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली जांच में सहायता करेगी। विषय पर बोलते हुए, माननीय राज्यपाल ने इस विषय पर अधिक जागरूकता फैलाने और आबादी के बीच रोगनिरोधी टीकाकरण के लिए एक अभियान चलाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उत्तर प्रदेश की वीर नारियों को सम्मानित किया
उत्तर प्रदेश की वीर नारियों को सम्मानित करने के लिए एक सम्मान समारोह 11 अगस्त 2023 को सूर्या ऑडिटोरियम, लखनऊ में आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल उपस्थित थीं। इस अवसर पर मध्य कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि सहित वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और वेटरन उपस्थित थे।यह कार्यक्रम स्मृतिका युद्ध स्मारक के पवित्र परिसर में एक भव्य पुष्पांजलि कार्यक्रम के साथ शुरू हुआ, जहां राज्यपाल ने सूर्या कमान के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने कर्तव्य के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। स्मृतिका एक स्मारक है जिसे 1993 में लखनऊ छावनी के भीतर मध्य कमान के वीर सैनिकों के सम्मान में बनाया गया था, जिन्होंने देश की सेवा में अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे।