गलगोटिया विश्वविद्यालय में चल रहे पांच दिवसीय स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2023 के द्वितीय दिवस पर मुख्य अतिथि श्री योगेन्द्र उपाध्याय, मा० कैबिनेट मंत्री उच्च शिक्षा विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग तथा आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग ने पीएम मोदी के इनोवेटिव आईडिया पर जोर देते हुए कहा कि देश को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के लिए पीएम मोदी, केंद्रीय सरकार और हमारे प्रदेश की डबल इंजन की सरकार लगातार देश के युवाओं के साथ मिलकर काम कर रही है। 2017 से स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन की परिकल्पना हुई। उन्होंने 2047 तक हमारे देश को विकसित भारत बनाने तथा देश को पूर्णरुपेण आत्मनिर्भर बनाने की प्रधानमंत्री की परिकल्पना को साकार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से भारत की शिक्षा में पश्चिमी सभ्यता का प्रभाव था उससे हम अपनी संस्कृति और मूल्यों से अलग होते जा रहे थे। जो शिक्षा संस्कार ना दे सके वह अर्थहीन है। पूर्व में मैकाले की शिक्षा नीति का प्रभाव था इसलिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति की आवश्यकता पड़ी। जिसे हमारी सरकार द्वारा लागू किया गया है। राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति रोजगार, संस्कार और विकास सभी को मुहैया कराने का ब्लूप्रिंट है। उन्होंने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में शिक्षा से संस्कार और विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्धता जताई और कहा कि अच्छी शिक्षा, अच्छे संस्कार और दृढ़संकल्प से परिपूर्ण देश की युवा पीढ़ी हमारे देश का भविष्य निर्धारित करेगी और प्रधानमंत्री के 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने तथा आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करने की परिकल्पना को सरकार भी करेगी। इस अवसर उन्होंने गलगोटिया विश्विद्यालय को स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन-2023 के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर गलगोटिया विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुनील गलगोटिया ने कहा कि देश को अगले 25 सालों में यानी वर्ष 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित बनाना है। स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन राष्ट्रीय स्तर पर होने वाला सबसे बड़ा ओपन इनोवेटिव मॉडल बन कर उभरा है। जहां एक ही प्लेटफॉर्म पर बड़ी संख्या में इंडस्ट्री, शिक्षण संस्थान, गवर्नमेंट एजेन्सीज, प्रोफेशनल्स और स्टूडेंट्स एक दूसरे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
इस अवसर पर गलगोटिया विश्वविद्यालय के कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटिया,कुलपति प्रो. के. मल्लिकार्जुन बाबू, कुलाधिपति की सलाहकार प्रो. रेनू लूथरा, प्रतिकुलपति प्रो. अवधेश कुमार, कुलसचिव डॉ. नितिन गौड़ सहित भारी संख्या में प्रतिभागी एवं गलगोटिया विश्वविद्यालय के शिक्षकगण व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।