गाजियाबाद शास्त्री नगर संजीवनी हॉस्पिटल एक संक्षिप्त वार्ता के अंतर्गत डॉक्टर अंशुल गर्ग ने वर्तमान परिपेक्ष में स्वास्थ्य से संबंधित एक सवाल के जवाब में कहा की वैसे तो शरीर के हर अंग बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन नाक कान और गला शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है क्योंकि कोई भी बीमारी की शुरुआत सर्वप्रथम अगर कहीं से प्रवेश करती है तो वह नाक कान और गले को ही अपना सबसे पहले प्रवेश द्वार मानती है ऐसी स्थिति में हर नागरिक को अपने नाक कान और गले का बहुत ही ज्यादा ख्याल रखना चाहिए और हर 6 महीने में एक नियमित जांच के रूप में डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए डॉक्टर अंशुल गर्ग ने कहा कि खांसी जुकाम से लेकर गले में नाक में और कान में बहुत सारी ऐसी बीमारियां पाई जाती है जिसकी रोकथाम प्रारंभिक चरण में संभव हो सकती है यदि मरीज उसकी नियमित जांच की प्रक्रिया को अपनाते रहे आज गले का कैंसर धीरे-धीरे एक विशाल प्रकोप का रूप लेती जा रही है यदि किसी को गले का कैंसर हो जाता है तो उसका इलाज तो संभव है लेकिन यदि हम सभी लोग नियमित जांच का एक अंग बन जाए तो कैंसर जैसे बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है अंशुल गर्ग ने कहा कि नाक कान और गला यह शरीर की एक ऐसी ऑर्गन्स है जो की 24 घंटा हमेशा कार्यरत रहते हैं यदि हम कहीं भी जाते हैं किसी भी माहौल में अपने को रखते हैं चाहे वह ठंडी हो गर्मी हो बरसात हो, वायु प्रदूषण हो, वायु पॉल्यूशन हो सभी जगह नाक कान और गले पर इफेक्ट उस स्थान का अवश्य पड़ता है ऐसी स्थिति में यदि प्रदूषण या पोल्यूटेड स्थान में हम हैं जो कि एनसीआर गाजियाबाद पूरे देश में सबसे ज्यादा पोल्यूटेड क्षेत्र माना गया है ऐसी स्थिति में नाक कान और गले की बीमारी ज्यादा यहां पाई जाती है ! हमारा मानना है की हर नागरिक ऐसे प्रदूषण वाले क्षेत्र से अपने को बचाने के लिए नियमित जांच के प्रक्रिया में शामिल हो और अपने सेहत को बेहतर बनाने के लिए जागरूक रहे