सहारनपुर। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव/पूर्व राज्यमंत्री सैयद शकील अहमद ने मुसलमानों को मायावती द्वारा वोट न देने का दोष दिए जाने पर गहरी नाराज़गी दिखाते हुए कहा कि मायावती अपने गिरेबान में झांक कर बात करें, मायावाती ने पैसे के लोभ के कारण मान्यवर कांशीराम जी के मिशन को न सिर्फ़ बरबाद करने का काम किया। बल्कि दलितों की सबसे बड़ी आवाज़ बहुजान समाज पार्टी को भी पूरी तरह से बरबाद कर दिया। प्रत्येक सीट पर मोटी रकम लेकर योग्यविहीन व्यक्तित्व को चुनाव लडाना न जीत पाने पर कार्यकर्ताओ या मुसलमानों पर दोष मढ़ना मायावती जी की आदत बन गई है। बसपा के वो सभी पुराने नेता व कार्यकर्ता जिन्होंने अपने खून पसीने से पार्टी खड़ी की थी, पार्टी से अलग- थलग हो गए । और मायावती ने बीएसपी को अपनी प्राईवेट लिमिटेड फर्म बनाकर रख दिया। मायावती के अहंकार और स्वार्थ की हद देखिए कि पार्टी के राष्ट्रीय कोर्डिनेटर आकाश आनन्द के एक बयान देने भर से इतनी बौखलाई कि आकाश आनन्द को न केवल सभी पदों से हटाया बल्कि अपना राजनीतिक वारिस भी नहीं रखा। आज दलित समाज यदि दोराहे पर खड़ा असहाय महसूस करता है तो उसकी पूरी तरह ज़िम्मेदार भी मायावाती जी हैं ।