गाजियाबाद राकेश मार्ग भारत देश में सनातन धर्म की बुनियाद कई सौ वर्ष पूर्व से पूरे विश्व की मानवता को सुखद संदेश देती चली जा रही है हमारे भारत देश की संस्कृति विश्व में सबसे सर्वोपरि मानी जाती है जिसके पीछे भारत देश की जननी का पूजा जाना भारत देश की धरती पर ईश्वर का जन्म लेकर सुख शांति एवं समृद्धि के प्रति पूरे विश्व को एक साथ जोड़कर उन्हें जीवन की नीतियों से जुड़कर समाज की सामाजिकता के मुख्य धारा में लाना प्रमुख रहा है इसी सनातन धर्म की भारतीय परंपरा अपने त्योहारों के साथ अपने परिवार और धनिष्ठ मित्रों को उपहार के साथ और अधिक खुशहाल बनाते हैं भारत देश में विजयदशमी और दीपावली बहुत ही हर्षोल्लास एवं खुशियों के साथ मनाया जाता है जिसके पीछे जो सबसे प्रमुख कारण है वह यह है कि हमारे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम अयोध्या नगरी में वनवास के उपरांत रावण और रावण के विचारों पर जीत हासिल करके अयोध्या पहुंचते हैं और इस खुशहाल घड़ी को और अधिक आनंद और खुशी के साथ मनाने के लिए अयोध्या नगरी के साथ-साथ पूरे भारतवासी खुशियां मनाते हैं और एक दूसरे को बधाइयां देते हैं विश्व के साथ-साथ भारत देश आज 21वीं युग में भी दिवाली पर्व को सबसे अपना अनमोल पर्व मानता है मिठाइयां वितरित करता है घर आंगन अपने प्रतिष्ठान और सभी चीजों को रोशनी के साथ सजाता है साफ सफाई करता है लेकिन इन्हीं सब परंपरागत तथ्यों के साथ हमारे भारत देश में एक दूसरे को उपहार देने का जो सिलसिला शुरू हुआ है वह भगवान राम द्वारा केवट को सीता माता की अंगूठी उपहार के रूप में देकर और उससे प्रेरणा लेकर जाना जाता है आज के इस 21 में युग में तकनीक का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है और आगे भी बढ़ता चला जाएगा और इसी तकनीकी युग में सुजुकी कंपनी पूरे विश्व में तेजी के साथ स्कूटी मोटरसाइकिल और अन्य क्षेत्र में आगे बढ़ती चली जा रही है गाजियाबाद राकेश मार्ग स्थित वैभव सुजुकी इसी उपहार परंपरा का एक महत्वपूर्ण अंग बन चुका है वैभव सुजुकी के डायरेक्टर विनय मिश्रा ने बताया कि हमारा प्रतिष्ठान ग्राहकों की नई स्कूटी और मोटरसाइकिल की खरीदारी के साथ-साथ संपूर्ण सुख सुविधा रखरखाव एवं सर्विस के लिए पूर्णत समर्पित है और हम लोग इतना ज्यादा आसान्वित है कि भविष्य में भी हमारी वैभव सुजुकी राकेश मार्ग गाजियाबाद अपने कर्मचारियों के द्वारा ग्राहकों की सभी बुनियादी दिक्कतें उनका सुझाव को प्राथमिकता देगा आज इस संसार में मानवता का सबसे बड़ा जो धन है वह व्यवहार कुशलता ही माना जाता है और इसी सबसे बड़े धन को हम सजोते हुए हुए चले आ रहे हैं जिसमें वैभव सुजुकी अपनी व्यवहारिकता कार्यकुशलता के द्वारा सभी स्कूटी और मोटरसाइकिल खरीददार धारकों के प्रति संपूर्ण निष्ठा के साथ निरंतर विश्वसनीयता हासिल करता चला आ रहा है और भविष्य में भी अपनी विश्वसनीयता को ग्राहकों के प्रति और अधिक बढ़ता रहेगा वैभव सुजुकी राकेश मार्ग के डायरेक्टर विनय मिश्रा ने कहा कि वैभव सुजुकी के ग्राहकों परिवार के सदस्यों कर्मचारी एवं गाजियाबाद के समस्त निवासियों को विजयदशमी की हार्दिक शुभकामनाएं सभी लोग भारतीय परंपरा के विचार धारा को आगे रखते हुए सुख समृद्धि एवं खुशहाल जीवन यापन करें यही मेरी ईश्वर से प्रार्थना है
उपहार और त्योहार के पावन पर्व पर वैभव सुजुकी ग्राहकों के लिए पूर्ण निष्ठा से समर्पित है