भाजपा में सुषमा स्वराज जैसी वरिष्ठ नेता जहां चुनाव लड़ने को मना कर चुकी हैं, वहीं पार्टी वरिष्ठतम नेताओं को भी चुनावी मैदान में उतारने की बात कह रही है। संसदीय बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि 75 की उम्र पार कर चुके नेताओं को भी लोकसभा का टिकट दिया जाएगा। हालांकि अंतिम निर्णय ऐसे नेताओं पर ही छोड़ा गया है।भाजपा संसदीय बाेर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि जिन नेताओं में चुनाव जीतने की क्षमता होगी, उनके लिए उम्र का कोई पैमाना नहीं होगा। ऐसे में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनाेहर जाेशी, शांता कुमार जैसे बुजुर्ग नेताओं के चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हाे गया है। पार्टी ने इसकी काेई औपचारिक घाेषणा नहीं की है, लेकिन पार्टी सूत्राें ने इसकी पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि चुनाव लड़ने का निर्णय वरिष्ठ नेताओं पर ही छाेड़ दिया गया है। उनकी इच्छा होगी तो वह चुनाव लड़ें, इच्छा नहीं होगी तो न लड़ें। साथ ही पार्टी और सरकार में पद देने के लिए 75 साल की आयु सीमा लागू रहेगी। ऐसे में चुनाव में जीतने के बावजूद यह निश्चित नहीं होगा कि लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं को मंत्रालय मिलेगा या नहीं!
भाजपा में उम्मीदवारी पर उम्र सीमा नहीं, आडवाणी-जोशी जैसे 75 पार नेता भी उतरेंगे चुनावी मैदान में