बसपा प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी हार का ठीकरा ईवीएम के सिर फोड़ा है। उन्होंने कहा है कि सत्ताधारी दल भाजपा ने चुनाव को ईवीएम के जरिए हाईजैक कर लिया। चुनाव परिणाम जनता के गले नहीं उतर रहा।
गुरुवार देर शाम मीडिया से मुखातिब मायावती ने कहा कि यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल की कुल 162 सीटों पर जनता ने भाजपा और प्रधानमंत्री की गलत नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ी थी, लेकिन जो परिणाम आया, वह जनभावना व जन अपेक्षाओं के ठीक उलट है।
ईवीएम से चुनाव कराने की इस व्यवस्था में कई कमियां हमारी जानकारी में आई हैं। शायद यही वजह है कि देश भर में ईवीएम का विरोध हो रहा है। आज आए नतीजों के बाद जनता का ईवीएम पर से विश्वास ही खत्म हो जाएगा।
उन्होंने सवाल किया कि जब अधिकतर राजनीतिक पार्टियां बैलेट से चुनाव कराने की मांग कर रही हैं तो इसमें चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी को आपत्ति क्यों होती है? सुप्रीम कोर्ट को भी इस ओर गंभीरतापूर्वक सोच-विचार करना चाहिए।
यूपी में कुछ सीटों पर गठबंधन को जीतने देना भी साजिश
मायावती ने कहा कि जहां तक यूपी की कुछ सीटों पर गठबंधन के जीतने का सवाल है तो यह भी भाजपा की सोची-समझी साजिश है। भाजपा ने ऐसा इसलिए किया है ताकि चुनाव पूरी तरह से प्रभावित नजर न आए और कोई अंगुली न उठा सके। भाजपा ने ऐसा पहले भी किया है।
तय करेंगे आगे की रणनीति
मायावती ने कहा कि बसपा, सपा और रालोद के साथ अन्य पीड़ित पार्टियां मिलकर आगे की रणनीति तय करेंगी। उन्होंने गठबंधन के तीनों दलों के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, नेताओं, सांसदों व विधायकों का शुक्रिया अदा किया।
कहा, सपा प्रमुख अखिलेश यादव व रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह ने जिस ईमानदारी व निष्ठा के साथ गठबंधन के सभी उम्मीदवारों को जिताने की कोशिश की है, उसके लिए उनका भी तहेदिल से आभार प्रकट करती हूं। हमें अपनी मेहनत के अनुरूप नतीजे नहीं मिलने पर तकलीफ है, लेकिन बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर से प्रेरणा लेकर हमें संघर्ष जारी रखना है।