झुर्रियों से हाथों-हाथ छुटकारा दिलाता है पीपल के पत्तों का पेस्ट, जानें कैसे?

अगर आप गांव की तरफ रहते हैं तो हर दूसरे चौराहे पर आपको पीपल का पेड़ देखने को मिल जाएगा। हालांकि शहरों में भी ये हर दूसरे रास्ते में नजर आ जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत में लोग पीपल की पूजा करते हैं और ये लोगों की आस्था से जुड़ी हुई है। लेकिन कम ही लोगों को मालुम है कि पीपल कई रोगों का रामबाण इलाज करता है। प्राचीन काल से पीपल का इस्तेमाल कई रोगों के इलाज के लिए किया जाता है। पीपल के पेड़ का हर हिस्सा औषधीय गुणों से भरा है जिस कारण आज भी गांवों में कई सारे वैद्य और बुजुर्ग बीमारियों का इलाज पीपल से करते हैं। आज हम आपको झुर्रियां और अन्य चीजों के लिए पीपल के फायदे बता रहे हैं। आइए जानते हैं क्यों लाभकारी है पीपल का पेड़।


झुर्रियों से दिलाता है छुटकारा
पीपल की जड़ों में एंटीऑक्सीडेंट सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। इसके इसी गुण के कारण यह वृद्धावस्था की तरफ ले जाने वाले कारकों को दूर भगाता है। इसके ताजी जड़ों के सिरों को काटकर पानी में भिगोकर पीस लीजिए, इसका पेस्‍ट चेहरे पर लगाने से झुर्रियां से झुटकारा मिलता है।


चेहरे पर लाते हैं ग्लो
पीपल के पत्ते हमारे लिए काफी उपयोगी है। पीपल के पत्तों का इस्तेमाल सूजन मिटाने और चेहरे की रंगत निखारने में किया जाता है। शरीर में हुई सूजन को दूर करने के लिए पीपल के ताजे पत्तों का पेस्ट बना लें। उसमें एक चम्मच हल्दी मिला लें। अब इस पेस्ट को सूजन वाले जगह में लगाएं। ऐसा कुछ दिनों तक करें। सूजन दूर हो जाएगी। चेहरे को साफ करने के लिए इस पेस्ट में बिना हल्दी मिलाएं स्क्रबर की तरह इस्तेमाल करें। चेहरे की सारी गंदगी साफ हो जाएगी।


ये होते हैं अन्य लाभ



  • पीपल की छाल के अन्दर का भाग निकालकर इसे सुखा लीजिए, और इसे महीन पीसकर इसका चूर्ण बना लें, इस चूर्ण को दमा रोगी को देने से दमा में आराम मिलता है।

  • पीलिया के इलाज के लिए पीपल के 3-4 नर्म पत्तों को लेकर उसका रस निकाल लें और उसमें कुछ दाने मिश्री के मिलाएं। अब इसका नियमित तौर पर लगातार 4 से 5 दिनों तक सेवन करें। इस उपाय से पीलिया जल्दी ठीक हो जाएगा।

  • पीपल के 4-5 कोमल, नरम पत्ते खूब चबा-चबाकर खाने से, इसकी छाल का काढ़ा बनाकर आधा कप मात्रा में पीने से दाद, खाज, खुजली जैसे चर्म रोगों में आराम होता है।

  • अगर दांत काफी पीले और खराब हो गए हैं तो पीपल का दातुन काफी कारगर है। इस दातुन से मुंह की दुर्गंध की समस्या भी खत्म हो जाएगी। साथ ही पीपल के दातून से दांत साफ करने पर दांतों से खून निकलना, दांतों में लगे कीड़े, मसूड़ों की सूजन, दांतों का पीलापन, दांतों का हिलना आदि समस्याएं ठीक हो जाती हैं।

  • पीपल के ताजे पत्तों को गर्म करके घावों पर लेप किया जाए तो घाव जल्द सूख जाते हैं। अधिक गहरा घाव होने पर ताजी पत्तियों को गर्म करके थोडा ठंडा होने पर इन पत्तियों को घाव में भर देने से कुछ दिनों में घाव भर जाते हैं।

  • पैरों की फटी पड़ी एड़ियों पर पीपल के पत्‍ते से दूध निकालकर लगाने से कुछ ही दिनों फटी एड़ियां सामान्य हो जाती हैं और तालु नरम पड़ जाते हैं।

  • पीपल के कोमल पत्तों को छाया में सुखाकर उसे अच्‍छे से पीस लीजिए, इसे आधा लीटर पानी में एक चम्मच चूर्ण डालकर काढ़ा बना लें। काढ़े में पीसी हुई मिश्री मिलाकर कुनकुना करके पीने से नजला-जुकाम से राहत मिलती है।


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