प्रदेश सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। इसी क्रम में मच्छर जनित संचारी रोगों के फैलने के दृष्टि से संवेदनशील माह जुलाई में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 01 से 31 जुलाई, 2019 तक प्रदेश के समस्त जनपदों में संचारी रोगों के रोकथाम, नियन्त्रण और बचाव के लिए कई विभागों के सहयोग से प्रदेश सरकार द्वारा अभियान चलाया गया। स्वास्थ्य विभाग ने इस अभियान के साथ-साथ जुलाई माह के प्रथम पक्ष 01 से 15 जुलाई तक दिमागी बुखार के प्रकरणों के लिए चिन्हित जनपद बाराबंकी, लखनऊ तथा गोरखपुर बस्ती, देवीपाटन मण्डल के समस्त जनपदों सहित 18 जनपदों में रोग से बचाव, नियन्त्रण एवं उपचार के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए दस्तक अभियान भी चलाया गया।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के ए0ई0एस0एवं जे0ई0 रोगों से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले सभी 18 जनपदों में दस्तक अभियान के तहत आशा, ए0एन0एम0, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने रोगों से बचाव, नियन्त्रण एवं उपचार की जानकारी घर-घर जाकर दी। लोगो को बचाव के लिए जागरूक किया गया और उन्हें बताया गया कि रोगग्रस्त होने पर उपचार में देरी और लापरवाही न की जाये। आशाओं ने दस्तक अभियान में घर-घर जाकर बताया कि कोई भी बुखार दिमागी बुखार हो सकता है इसलिए बुखार होते ही नजदीकी चिकित्सालय में जाकर परामर्श लें। इसके लिए सूचना विभाग ने रेडियो जिंगल्स भी बनाये जिन्हें आज भी प्रसारित करके शहरी एवं ग्रामीण जनता को दिमागी बुखार की गम्भीरता से सचेत किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार ने संचारी रोगों पर नियन्त्रण के लिए जुलाई माह में अभियान चलाकर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नालियों की सफाई, ग्रामीण क्षेत्रों में झाड़ियों की कटाई, नये हैण्डपम्पों की स्थापना, पुराने खराब हैण्डपम्पों का चिन्हीकरण, सूकरपालकों का संवेदीकरण, व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण, ग्राम प्रधानों, बेसिक शिक्षा अधिकारियों, स्कूलों में शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को संवेदीकरण, प्रभातफेरी और रैलियों का आयोजन कर जागरूकता लायी गयी।
सूचना विभाग द्वारा आकाशवाणी,दूरदर्शन, समाचार-पत्रों में, एल0ई0डी0 वैन द्वारा तथा नुक्कड़ नाटक, होर्डिंग बैनर, पोस्टर पर ए0ई0एस0 तथा जे0ई0 रोग से बचाव, नियन्त्रण एवं उपचार सम्बन्धी जानकारी का प्रचार किया गया।
प्रदेश स्तर पर चलाये गये इस अभियान के फलस्वरूप जनता में जागरूकता बढ़ी और गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष इन रोगों से प्रभावित होने की संख्या में भारी कमी आयी। गत वर्ष 2018 मंे माह जुलाई में प्रदेश स्तर पर 1271 केस ए0ई0एस0 के संज्ञान में आये थे जिनमें 107 लोगो को नहीं बचाया जा सका था, ये मृत्युदर 08.42 प्रतिशत थी। जबकि इस वर्ष 2019 माह जुलाई में कुल 615 केस ही ए0ई0एस0 के संज्ञान में आये, जिनमें से 26 लोगो को नहीं बचाया जा सका। इस वर्ष मृत्यु दर घटकर 4.23 प्रतिशत हुयी, जो कि गत वर्ष की तुलना में लगभग आधी ही है। इसी प्रकार गत वर्ष जुलाई माह में जे0ई0 के 72 केस संज्ञान में आये जिनमें 04 लोगों की मृत्यु हो गयी। इस वर्ष माह जुलाई में 39 केस ही संज्ञान में आये जिनमें 03 लोगों की मृत्यु हो गयी।
निरन्तर चलाये जा गये अभियानों से लोगों में जागरूकता बढ़ी और प्रदेश में संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के प्रकोप से पीड़ित होने वाले लोगों की संख्या में भारी कमी आयी है। प्रदेश में संचारी रोगों के नियन्त्रण के लिए कई गतिविधियां जारी हैं। सरकार समय-समय पर मौसम बदलने के साथ होने वाली बीमारियों के प्रति जनता को जागरूक करने और उपचार सम्बन्धी जानकारियां प्रदान करने का कार्य कर रही है।
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