उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि गुरु नानक जी सम्पूर्ण मानवता के लिए पे्ररणा पुंज हैं। सिख परम्परा का इतिहास अत्यन्त गौरवशाली है। इस परम्परा के त्याग और बलिदान की गाथा को विस्मृत नहीं किया जा सकता। सिख समाज में परिश्रम का विशेष महत्व है। इसलिए परिश्रम से प्राप्त अंश को सबके साथ साझा करना चाहिए। यही भारत की वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा भी है। गुरु नानक देव जी ने अपने संदेशों के माध्यम से समाज का मार्गदर्शन किया। उनके तीन सिद्धान्त, 'किरत करो', 'नाम जपो' एवं 'वंड छको' हमें जीवन के प्रति जाग्रत करते हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां डी0ए0वी0 काॅलेज में आयोजित साहिब श्री गुरु नानक देव जी महाराज के 550वें प्रकाशोत्सव के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी का जन्म कार्तिक पूर्णिमा को ननकाना साहिब में हुआ था। उन्होेंने सदैव सत्य के मार्ग पर चलने का जो संदेश दिया वह आज भी सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। गुरु परम्परा के संस्कारों का ही परिणाम है कि आज भी सिख समाज द्वारा संचालित लंगर में सभी जाति, मत, मजहब के लोगों का स्वागत होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश दुनिया में जहां भी गुरुद्वारा है वहां कोई भूखा नहीं रहता है। गुरु नानक देव जी ने मानवता के कल्याण के लिए अनेक यात्राएं कीं। वृहत्तर भारत के अतिरिक्त उन्होंने अन्य देशों की यात्राएं की और अपनी आध्यात्मिक शक्ति से लोगों को सद्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। गुरु नानक देव जी ने बाबर के अत्याचारों का डटकर विरोध किया और लोगों को उसके अत्याचारों के विरुद्ध संघर्ष के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बाबर को जाबर कहने का साहस दिखाया था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह भक्ति की शक्ति है, जो लोगों को सद्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है तथा धर्म पर आंच आने पर सत्य के संधान हेतु प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि यही सिख परम्परा भी है। भक्ति, शक्ति, पुरुषार्थ तथा परिश्रम में प्रत्येक सिख अग्रणी रहता है। यह समाज अपने पुरुषार्थ और परिश्रम से अपना स्थान बना रहा है। सिख समाज की प्रगति और सफलता में गुरु कृपा का भी योगदान है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गुरु नानक देव जी के जीवन से जुड़े स्थलों को पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन एवं संस्कृति विभाग को निर्देशित किया गया है। आज आवश्यकता है कि भावी पीढ़ी को गुरु देव जी के जीवन दर्शन से लोगों को अवगत कराया जाए। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासों से अब करतारपुर साहिब के दर्शन सुगम हो सके हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को सरोपा, शाॅल एवं कृपाण तथा गुरुद्वारे का प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया गया। मुख्यमंत्री जी ने मंत्रिपरिषद के सदस्यों और सिख समाज के प्रमुख सन्तांे के साथ बैठकर लंगर में प्रसाद ग्रहण किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि गुरु नानक देव जी ने समाज में व्याप्त कुरीतियों का सदैव विरोध किया। नानक जी ने सभी धर्मांे में व्याप्त अंधविश्वास को दूर करने का कार्य किया। सिख समाज का राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। कार्यक्रम को जल शक्ति राज्यमंत्री श्री बलदेव सिंह ओलख ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार के मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, डाॅ0 महेन्द्र सिंह, श्री ब्रजेश पाठक, लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, विधायक श्री सुरेश तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष सरदार राजेन्द्र सिंह बग्गा सहित सिख समुदाय से जुड़े अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।