सांसद संजय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के जातिवादी होने को लेकर एक फोन सर्वे कराया था. सर्वेक्षण में कहा गया था कि योगी आदित्यनाथ सरकार एक विशेष जाति के लिए काम कर रही है
हिं.दै.आज का मतदाता नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश इकाई के प्रभारी संजय सिंह के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.
लखनऊ पुलिस ने हजरतगंज पुलिस थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सिंह के खिलाफ दो सितंबर को एक सर्वेक्षण कराए जाने के मामले में आईपीसी की धारा 501ए तथा 120बी के अलावा आईटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया गया था.
अधिकारी ने बताया कि संजय सिंह को लखनऊ पुलिस ने गुरुवार को नोटिस भेजा था, जिसमें आईपीसी की कई धाराओं के साथ राजद्रोह की धारा 124ए को भी शामिल किया गया.
यह नोटिस संजय सिंह के दिल्ली वाले आवास के नार्थ एवेन्यू के पते पर भेजा गया.
संजय सिंह को भेजे गए नोटिस में कहा गया है, ‘आपके खिलाफ आईपीसी और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत पुलिस थाना हजरतगंज में मामला दर्ज किया गया है, जो संज्ञेय एवं गैर जमानती अपराध है. इस संबंध में अपने पक्ष में तथ्यों और साक्ष्यों को पेश करने के लिए आप 20 सितंबर को सुबह 11 बजे पेश हों.’
नोटिस में कहा गया है, ‘अगर आप तय तारीख और समय पर उपस्थित नहीं होते हैं तो आपके खिलाफ दंडनीय कार्यवाही की जाएगी.’
बता दें कि संजय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के जातिवादी होने को लेकर फोन सर्वे कराया था. सर्वेक्षण में कहा गया था कि योगी आदित्यनाथ सरकार एक विशेष जाति के लिए काम कर रही है.
इसके बाद दो सितंबर को हजरतगंज थाने में एक एफआईआर दर्ज की गई थी. इस मामले में पुलिस ने बताया कि सांसद संजय सिंह को 20 सितंबर को पेश होने के लिए नोटिस भेजा गया है.
इसके अलावा सर्वे करने वाली एक निजी कंपनी के तीन निदेशकों पर भी राजद्रोह और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है.
बता दें कि एक माह के भीतर राज्य के अलग-अलग शहरों में संजय पर 13 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. इस पूरे मामले पर संजय सिंह ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी.
इसके साथ ही उन्होंने सिलसिलेवार कई ट्वीट कर कहा, ‘योगी के कोरोना घोटाले का मुद्दा राज्यसभा में उठाया तो योगी ने मेरे ऊपर देशद्रोह लगा दिया. संसद में मैंने सभापति से कहा, अगर मैं देशद्रोही हूं तो मुझे जेल भेजिए. कांग्रेस, शिवसेना, आरजेडी, सीपीएम, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके ने मेरा साथ दिया. सभापति ने इस प्रकरण में सदन को कार्यवाही का भरोसा दिया है.’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘मैं जल्द ही जेल भेजा जा सकता हूं. जय हिंद.’
एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘अगर ब्राह्मणों की हत्या का मुद्दा उठाना देशद्रोह है, दलितों की हत्या का मुद्दा उठाना देशद्रोह है, पिछड़ों के हक में आवाज उठाना देशद्रोह है. जब कोरोना के कारण यूपी के श्मशानों में लाशें बिछी थीं, तब योगी जी कोरोना घोटाला कर रहे थे, ये कहना देशद्रोह है तो हां मैं देशद्रोही हूं.’