अधिवक्ता के जी बंसल
हिं.दै.आज का मतदाता नई दिल्ली दिल्ली टैक्स बार एसोसिएशन के सचिव एवं युवा अधिवक्ता के जी बंसल ने एक संक्षिप्त वार्ता के अंतर्गत कहां कि आज भारतवर्ष में अनेक सकारात्मक प्रयोग जनहित के साथ-साथ भारत को विश्व स्तरीय क्षमता, तकनीकी, नीति एवं आर्थिक मजबूती में सर्वोपरि बनाने के लिए किए जा रहे हैं भारत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समर्पित भाव से देश हित में अनेक योजनाओं का घोषणाएं के साथ-साथ उसका संचालन प्रारंभ कर दिया है । अधिवक्ता के जी बंसल ने कहा कि मोदी नीति में कोई भी खामियां नहीं है बस उसकी क्रियान्वयन में और अधिक पारदर्शिता की आवश्यकता है। आपने कहा कि पूरे विश्व में करोना महामारी का तांडव देखा जा रहा है भारत भी इस महामारी से अछूता नहीं है आज 135 करोड़ की जनता की जान माल की सुरक्षा के साथ-साथ उसकी आत्मशक्ति और व्यापार के प्रति निरंतर आशावान बने रहने के लिए केंद्रीय नेतृत्व में प्रधानमंत्री का श्रेयकर योगदान रहा है। आपने कहा कि एक अधिवक्ता और टैक्स प्रैक्टिशनर के नाते मेरा पूरा विश्वास है कि वर्तमान में देश में व्यापारिक गतिविधियां अवश्य ही कम हुई है लेकिन आने वाले समय में भारत देश आर्थिक कामयाबी में बुलंदियों पर पहुंचेगा।के जी बंसल ने करोना काल में सरकार द्वारा 20 लाख करोड़ कि आर्थिक पैकेज को एक सकारात्मक कदम बताया और कहा कि सदियों से भारतीय अर्थव्यवस्था में एमएसएमई सेक्टर का बहुत बड़ा योगदान रहा है यह सेक्टर हमेशा ही बड़े उद्योग की बुनियाद साबित हुआ है इसके बावजूद भी इस सेक्टर की पुनरुत्थान की जरूरत है, और पुनरुत्थान के लिए मुख्य भूमिका बैंक की होती है इसलिए आज सबसे ज्यादा सुधार की आवश्यकता बैंकिंग प्रणाली में है । आपने सरकार के साथ-साथ देश के प्रधानमंत्री मोदी, वित्त मंत्री सीतारमण से अपील किया है कि जल्द से जल्द बैंकों द्वारा एमएसएमई सेक्टर को लोन देने की प्रक्रिया पर एक निगरानी कमेटी का गठन करें और उसकी सकारात्मक रिपोर्ट हर 15 दिन में समीक्षा के रूप में शामिल कर उस पर नीतिगत कार्यवाही करते हुए उसे आगे बढ़ाएं जिससे एमएसएमई सेक्टर को अपने औद्योगिक संरचना को आगे बढ़ाने में सफलता मिले l निष्कर्ष के रूप में आपने कहा जी यह बात बहुत गंभीर और महत्वपूर्ण है कि यदि आत्मनिर्भर भारत की सपनों को पूरा करना है तो सरकार के साथ-साथ हर भारतवासी को हर जनमानस को इस प्रक्रिया में अपना शत-प्रतिशत सहयोग सुनिश्चित करना होगा